मथुरा: अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालु विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर मे दर्शन नहीं कर सकेंगे. कोविड-19 के बढ़ते पर संक्रमण को लेकर मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के प्रवेश वर्जित किए गए हैं. मंदिर परिसर में ठाकुर जी की सेवाएं नियमित रूप से होंगी. वर्ष भर में एक दिन अक्षय तृतीया पर्व पर बांके बिहारी को चंदन का लेप लगाकर विशेष पोशाक धारण कराई जाती है. चरण स्पर्श के दर्शन होते हैं. श्रद्धालु बिहारी जी के दर्शन से इस बार भी वंचित रहेंगे.
14 मई को अक्षय तृतीया का पर्व
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर मंदिर प्रशासन द्वारा बांके बिहारी मंदिर अनिश्चितकालीन के लिए बंद किया गया है. 14 मई के दिन अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा. श्रद्धालु पिछले साल की तरह इस बार भी ठाकुर बांके बिहारी जी के दर्शन नहीं कर सकेंगे. मंदिर परिसर में ठाकुर जी की सेवाएं नियमित रूप से होंगी. परिसर में फूल बंगला भी सजाया जायेगा.
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अक्षय तृतीया पर होते हैं विशेष दर्शन
वर्ष में एक दिन अक्षय तृतीया पर्व पर बांके बिहारी जी के चरण स्पर्श दर्शन श्रद्धालुओं को कराए जाते हैं. गर्मी से बचाव के लिए बिहारी जी को चंदन का लेप लगाकर विशेष पोशाक धारण कराई जाती है. सत्तू का भोग भी लगाया जाता है .पूरे परिसर में चमेली,गेंदा ,हार सिंगार के फूलों से विशेष सजावट की जाती है. बिहारी जी के चरण स्पर्श के दर्शन साल में एक ही दिन होते हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बिहारी जी मंदिर पहुंचती है, लेकिन इस बार दर्शन नहीं होंगे.
बांके बिहारी मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने बताया कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर इस बार भी श्रद्धालु अक्षय तृतीया को ठाकुर जी के दर्शन नहीं कर सकेंगे. मंदिर में प्रवेश वर्जित किए गए हैं. मंदिर परिसर में सेवायत ठाकुर जी की सेवाएं नियमित रूप से करेंगे. दर्शन ना होने को लेकर हमें खेद है. भक्तगण अपने घरों पर बैठकर ही बिहारी जी का स्पर्श करें.