मथुरा : दिल्ली में जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम समूह) के अध्यक्ष और मुस्लिम नेता अरशद मदनी ने एक अधिवेशन में 'अल्लाह और ओम काे एक बताया था. इस दौरान उन्हाेंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की आलाेचना भी की थी. उनके इस बयान का चाराें तरफ विराेध हाे रहा है. वृंदावन में भी साधु-संतों ने नाराजगी जताई. कहा कि अरशद मदनी की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है. भगवान उनको सद्बुद्धि दे. हिंदू धर्म कभी भी काटने और मारने की बात नहीं करता है. हिंदू हमेशा से भाईचारे के साथ प्रेम व्यवहार की बात करता है, लेकिन मुस्लिम धर्म हमेशा काटने और मारने की बात करता है.
पिछले दिनों दिल्ली में मुस्लिम नेता अरशद मदनी ने कहा था कि अल्लाह और ओम एक हैं. उसको लेकर चौतरफा विरोध हाे रहा है. साधु-संतों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. संतों ने अरशद मदनी को मानसिक रूप से बीमार बताया. संतों ने कहा कि हिंदू सनातन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है. हिंदू के पवित्र ग्रंथाें में कहीं भी मारने और काटने की बात नहीं की जाती. मुस्लिम समुदाय में हमेशा से मारने, काटने और पीटने की बातें कही जाती हैं.
साधु-संतों ने कहा मुस्लिम समुदाय पहले भाईचारा और प्रेम की भावना जागृत करें, मारना, पीटना और काटना छोड़ दे. महामंडलेश्वर नवल गिरी महाराज ने बताया कि अरशद मदनी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. सनातन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है. मैं केवल इतना ही कहूंगा कि अरशद मदनी की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है. अब यह लोग समाज में लोगों को डरा रहे हैं. इनको समझ में नहीं आ रहा कि क्या करें. हिंदू अब जा चुका है, मुझे लगता है कि मदनी जैसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. कानून लाना चाहिए, इनको खुद नहीं मालूम कि इन्होंने कितने गुनाह किए हैं. हिंदू हमेशा से शांत प्रिय रहा है.
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