मथुरा: पैरावेट पशु मित्र संघ वेलफेयर एसोसिएशन मथुरा के तत्वाधान में पैरावेट पशु मित्र कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी के आवास पर धरने पर बैठ गए. पशु मित्रों का कहना था कि वह काफी समय से पशु विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और पशु विभाग के तमाम कार्यों को उनके द्वारा किया जाता है, लेकिन अभी तक उनका मानदेय विभाग द्वारा नियमित नहीं किया गया है. वहीं पशु मित्रों ने कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी को मानदेय नियमित कराने के लिए एक ज्ञापन सौंपा और मांग की कि उनका मानदेय नियमित किया जाए और उनका बीमा कराया जाए.
कैबिनेट मंत्री ने जानकारी दी
कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी धरना बिना पूर्व सूचना के कभी नहीं दिया जाता है. मेरे 36 साल के राजनीतिक जीवन में मेरे आवास पर यह पहला धरना है. कभी भी घर पर धरना नहीं दिया जाता है, इसलिए उनका धरना पूरी तरह से अवैध है. यह कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है. पहले 50 पैसे एआई के दिए जाते थे अब 50 पैसे की जगह हमने दो रुपए कर दिया है 4 गुना कर दिया गया है. इसके अलावा जो इनकी अन्य मांगे हैं मैं उन मांगों के संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार करके इनका समाधान लखनऊ में जाकर अपने अधिकारियों के साथ बैठ कर के निकालने की कोशिश करूंगा.
पैरावेट पशु मित्रों ने जानकारी दी
पशु मित्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 1992 से हम पशु पालन विभाग में काम कर रहे हैं. हमारा कार्य पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ,नस्ल सुधार का कार्य ,खुर पका मुंह पका बीमारी जो होती है उसका टीकाकरण हम लोग करते हैं, गला घोटू बीमारी का हम लोग टीकाकरण करते हैं. सरकार द्वारा जो गौशाला बनाई गई हैं, उसमें हम लोग कार्य कर रहे हैं. लेकिन उसकी एवज में हम लोगों को 1 रुपए मानदेय नियमित रूप से नहीं दिया जाता है. सरकार द्वारा हमें कोई भी मानदेय नहीं दिया जाता है.
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केवल कृत्रिम गर्भाधान के लिए हमें सरकार द्वारा एक पशु पर केवल 50 रुपए हमें दिया जाता है. पूरे यूपी में लगभग हम 7500 पैरावेट पशु मित्र हैं. हम लोगों की यही मांग है कि हमें नियमित 15 से 18 हजारों रुपए के बीच में मानदेय दिया जाए. हमारा जोखिम भरा कार्य है इसलिए हमें कम से कम 10 लाख रुपए का बीमा मुहैया कराया जाए.