मथुरा: ज्ञानवापी परिसर को लेकर एएसआई सर्वे का इलाहाबाद हाईकोर्ट से फैसला गुरुवार को आ गया. कोर्ट ने सर्वे जारी रखने का आदेश दिया है. इस फैसले को लेकर श्रीकृष्ण नगरी मथुरा के साधु-संतों में जश्न का माहौल है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति संगठन ओर साधु-संतों ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर के गेट पर मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की. कोर्ट के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि अब दिन दूर नहीं जब शाही ईदगाह मस्जिद का भी सर्वे का फैसला आ जाएगा.
बनारस के साथ मथुरा में जागी उम्मीदः इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा ज्ञानवापी सर्वे जारी रखने के आदेश की सूचना मिलने के बाद मथुरा के साधु-संतों में उम्मीद की किरण जागी है. साधु-संतों ने कहा कि मुगल शासक औरंगजेब द्वारा उत्तर भारत के प्रमुख मंदिरों को तोड़कर अवैध मस्जिदों का निर्माण किया था. जिनमें प्रमुख बनारस बाबा विश्वनाथ मंदिर और मथुरा का श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर है. जबकि अयोध्या का काम पूरा हो रहा है. बनारस के साथ मथुरा भी बाकी है. ज्ञानवापी परिसर का सर्वे जल्द से जल्द पूरा होगा. इसके बाद मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद का भी सर्वे होना बहुत जरूरी है. एएसआई सर्वे होने के बाद प्राचीन साक्ष्य सबके सामने होंगे.
श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा बनारस के ज्ञानवापी परिसर का एएसआई अधिकारियों के द्वारा सर्वे जारी रखने के आदेश दिया गया है. न्यायालय का फैसला ऐतिहासिक और हिंदुओं के पक्ष में है. इस खुशी में मंदिर परिसर के पास एक दूसरों को मिठाई खिलाकर बधाइयां दी गई. अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने का काम पूरा हो रहा है. इसके बाद बनारस और मथुरा का भी जल्द ही सर्वे किया जाएगा. जिससे प्राचीन साक्ष्य निकलकर सामने आ जाएंगे.
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