मैनपुरी: जिले में मरे हुए एक युवक को जिंदा करने के लिए 30 घंटे तक झाड़-फूंक चला. ढोल-नगाड़े मंगाए गए. जिस सांप ने काटा था, उसी नस्ल के एक सांप को पकड़ा गया. शव के पास केले और नीम के पत्ते रखे गए. कई तांत्रिकों ने घंटों तक झाड़ फूंक की. इसके बाद भी युवक को जिंदा नहीं कर पाए.
पूरा मामला मैनपुरी के जाटवान मोहल्ला का है. यहां के रहने वाले तालिब को शुक्रवार रात में सांप ने डस लिया था. परिजन उसे सैफई अस्पताल ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लेकिन परिजनों ने डॉक्टर की बात को मानने से मना कर दिया.
बुलाए गए तांत्रिक और सपेरे: परिजनों ने कहा, "ऐसा नहीं है. अभी तालिब की मौत नहीं हुई है." इसके बाद शनिवार सुबह 10 बजे शव को घर लेकर आए. दूर-दराज से झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिकों को बुलाया. तांत्रिकों ने ढोल नगाड़े मंगाए. सांप को पकड़ने के लिए 4 सपेरे बुलाए गए. नीम और केले पत्ते भी मंगाए. घर के सामने शव रखा गया.
गांव वालों ने कहा कि तांत्रिकों ने करीब 30 घंटों तक झाड़-फूंक की थी, लेकिन युवक को जिंदा नहीं कर पाए. बाद में कहने लगे कि अब इसे जिंदा नहीं किया जा सकता है. युवक का रविवार 4 बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया.
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ग्रामीणों ने बताया कि तालिब पंजाब में नौकरी करता था. वह 10 दिन पहले घर आया था. रात में कमरे में सो रहा था, तड़के सांप ने हाथ में डस लिया. कुछ दिन पहले तालिब के 10 वर्षीय भतीजे की भी सांप काटने से मौत हुई थी.
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