मैनपुरीः जिले में हाईस्कूल फेल का प्राथमिक स्कूल में सहायक अध्यापक के रूप में पढ़ाने का मामला सामने आया है. जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए हैं. बीएसए ने इस मामले की जांच बैठा दी है. बीएसए का कहना है अगर जांच में वह दोषी साबित हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र के ग्राम टिकुरी का एक शख्स हाईस्कूल में दो बार फेल हुआ. इसके बाद वह दिल्ली में किसी प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी करने चला गया. कुछ साल बाद उस शख्स ने जन्मतिथि में हेरफेर कराकर फर्जी दस्तावेजों के सहारे फर्जी डिग्रियां हासिल कर लीं और 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के दौरान नौकरी प्राप्त कर ली. इससे पूर्व वह 2017 में विकासखंड मैनपुरी के प्राथमिक विद्यालय मनोना में उर्दू शिक्षक भर्ती के दौरान शिक्षक बना था. कोई भी दस्तावेज ना होने के कारण उसको निकाल दिया गया था. इसके बाद वह पंजाब के नवोदय विद्यालय में शिक्षक पद पर नौकरी करने चला गया.स इसके बाद वह मैनपुरी आया और शिक्षक के रूप में पढ़ाने लगा. व्यक्ति के सगे चाचा राजेंद्र सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो राजेंद्र सिंह और उसके पुत्र अमित ने डीएम से इसकी शिकायत की.
डीएम ने दो खंड शिक्षा अधिकारियों को निष्पक्षता से जांच करने के आदेश दिए. जिला अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वही इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता का कहना है कि दो खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं. जांच में यदि वह शख्स दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.