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मैनपुरी: भ्रष्ट अफसर लगा रहे आवास योजना में पलीता, ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ

मैनपुरी के करहल तहसील के तखरऊ गांव में योगी सरकार की मुख्यमंत्री आवास योजना का सच कागजों पर लिखी सच्चाई से परे है. यहां लोगों को योजना के तहत पैसे नहीं मिल रहे और जिन्हें मिल रहे हैं उनको रिश्वत देनी पड़ रही है. गांव वालों ने ये बात सामने रखी है और ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी से इस मामले की शिकायत भी की है.

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Published : Jan 17, 2020, 11:17 AM IST

Updated : Jan 17, 2020, 12:15 PM IST

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आवास योजना पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

मैनपुरी: जनपद के करहल तहसील के गांव तखरऊ में मुख्यमंत्री आवास योजना की हकीकत धरातल पर कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम जब इसकी पड़ताल करने तखरऊ गांव पहुंची तो प्रदेश सरकार की इस योजना का असल सच सामने आ गया. गांव के लोगों से बात करने पर पता चला कि भ्रष्टाचार के चलते लोगों को इस योजना का फायदा नहीं मिल रहा है और कुछ भ्रष्ट अधिकारी या तो मिलने वाले पैसे में अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं या फिर रिश्वत मांग रहे हैं.

मुख्यमंत्री आवास योजना से जुड़ी ईटीवी भारत की पड़ताल.

अपना दर्द बयां करते हुए गांव की रहने वाली हसमुखी नाम की महिला ने बताया कि हमारे पास सिर्फ दो बीघा जमीन है. एक कच्चा मकान था जो कुछ समय पहले गिर गया, जिसमें हमारा परिवार दब गया था. वे आगे बताती हैं कि प्रधान से काफी मान मनौव्वल करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली और प्रधान ने 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. हसमुखी कहती हैं कि उनके पास 20 हजार होते तो उनके सर पर भी छत होती.

पढ़ें: महोबाः महिला का मोबाइल हुआ ब्लास्ट, दिखाई समझदारी और टाला हादसा

इस मामले पर अन्य गांव वालों ने भी प्रधान के भ्रष्टाचार करने की बात स्वीकार की. वहीं कई लोगों ने ये भी कहा कि प्रधान तो भ्रष्ट हैं ही. दूसरी ओर कई अफसर भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इस पूरे मामले की जानकारी ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह को दी है. इस पर उनका कहना है कि ईटीवी भारत ने मामले को संज्ञान में लाया, इस तरह की कोई शिकायत पहले नहीं आई थी, लेकिन अब इस पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.

मैनपुरी: जनपद के करहल तहसील के गांव तखरऊ में मुख्यमंत्री आवास योजना की हकीकत धरातल पर कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम जब इसकी पड़ताल करने तखरऊ गांव पहुंची तो प्रदेश सरकार की इस योजना का असल सच सामने आ गया. गांव के लोगों से बात करने पर पता चला कि भ्रष्टाचार के चलते लोगों को इस योजना का फायदा नहीं मिल रहा है और कुछ भ्रष्ट अधिकारी या तो मिलने वाले पैसे में अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं या फिर रिश्वत मांग रहे हैं.

मुख्यमंत्री आवास योजना से जुड़ी ईटीवी भारत की पड़ताल.

अपना दर्द बयां करते हुए गांव की रहने वाली हसमुखी नाम की महिला ने बताया कि हमारे पास सिर्फ दो बीघा जमीन है. एक कच्चा मकान था जो कुछ समय पहले गिर गया, जिसमें हमारा परिवार दब गया था. वे आगे बताती हैं कि प्रधान से काफी मान मनौव्वल करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली और प्रधान ने 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. हसमुखी कहती हैं कि उनके पास 20 हजार होते तो उनके सर पर भी छत होती.

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इस मामले पर अन्य गांव वालों ने भी प्रधान के भ्रष्टाचार करने की बात स्वीकार की. वहीं कई लोगों ने ये भी कहा कि प्रधान तो भ्रष्ट हैं ही. दूसरी ओर कई अफसर भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इस पूरे मामले की जानकारी ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह को दी है. इस पर उनका कहना है कि ईटीवी भारत ने मामले को संज्ञान में लाया, इस तरह की कोई शिकायत पहले नहीं आई थी, लेकिन अब इस पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.

Intro:मैनपुरी में सरकार की महत्वाकांक्षी आवास योजना चंद भ्रष्ट अफसरों के कारण धरातल पर नहीं हो रहा है क्रियान्वयन टीवी स्पेशल


Body:प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी आवास योजना हर गरीब के सर पर होगी छत लेकिन चंद भ्रष्ट अफसरों के चलते इस योजना में पलीता लग रहा है

ताजा मामला मैनपुरी जनपद के करहल तहसील के गांव तखरऊ है जहां पर इस महत्वाकांक्षी योजना की हकीकत जानने के लिए ईटीवी की टीम तखरऊ गांव पहुंची हम सकरी गलियों से होते हुए टूटा पड़ा एक कच्चे मकान में पहुंचे जहां पर झोपड़ी पड़ी हुई थी और कपड़े बिखरे पड़े थे साथ ही जब पता किया तो यह घर हसमुखी का मकान था मीडिया को देखकर कुछ आस जागी कि हमारा भी भला होगा हमारे सर पर भी छत होगी और अपना दर्द बयां करने लगी हसमुखी ने बताया कि हमारे पास सिर्फ दो बीघा जमीन है कच्चा मकान था कुछ समय पहले गिर गया था जिसमें हमारा परिवार दब गया प्रधान की बहुत सेवा की लेकिन बीस हजार रुपये रिश्वत के ना दे पाए तो आवास नहीं मिला मकान गिरने के बाद परिवार दब गया गांव के लोगों ने मदद की परिवार को निकाला और जैसे लोग मदद के लायक थे वैसी हमारी मदद की आज हमारे पास बीस हजार रुपये रिश्वत का देने के लिए होता तो हमारे ऊपर भी छत होती ऐसा नहीं है कि गांव में अकेली ही महिला भ्रष्टाचार से पीड़ित थी साथ ही जब अनेक ग्रामीणों से बात किया तो प्रधान की भड़ास निकल आई

यदि हम सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की बात करें तो ग्राम स्तर से प्रधान तो भ्रष्टाचार में लिप्त रहते ही हैं लेकिन कहीं ना कहीं जो हमारा तंत्र है उसमें जो भ्रष्ट अफसर बैठे हैं वही धरातल पर सही तरीके से इन योजनाओं को क्रियान्वित नहीं होने देते

वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि आपके द्वारा मामले को संज्ञान में लाया गया इस तरीके से कोई शिकायत मिलती है तो निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी
बाइट- महेंद्र बहादुर सिंह जिलाधिकारी मैनपुरी




Conclusion:जनपद में यह एक गांव की गरीब की समस्या नहीं है लगभग पूरा जनपद की समस्या है
प्रवीण सक्सेना मैनपुरी 9457 4123 04
Last Updated : Jan 17, 2020, 12:15 PM IST
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