मैनपुरी: जनपद के करहल तहसील के गांव तखरऊ में मुख्यमंत्री आवास योजना की हकीकत धरातल पर कुछ और ही है. ईटीवी भारत की टीम जब इसकी पड़ताल करने तखरऊ गांव पहुंची तो प्रदेश सरकार की इस योजना का असल सच सामने आ गया. गांव के लोगों से बात करने पर पता चला कि भ्रष्टाचार के चलते लोगों को इस योजना का फायदा नहीं मिल रहा है और कुछ भ्रष्ट अधिकारी या तो मिलने वाले पैसे में अपनी हिस्सेदारी चाहते हैं या फिर रिश्वत मांग रहे हैं.
अपना दर्द बयां करते हुए गांव की रहने वाली हसमुखी नाम की महिला ने बताया कि हमारे पास सिर्फ दो बीघा जमीन है. एक कच्चा मकान था जो कुछ समय पहले गिर गया, जिसमें हमारा परिवार दब गया था. वे आगे बताती हैं कि प्रधान से काफी मान मनौव्वल करने के बाद भी कोई मदद नहीं मिली और प्रधान ने 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. हसमुखी कहती हैं कि उनके पास 20 हजार होते तो उनके सर पर भी छत होती.
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इस मामले पर अन्य गांव वालों ने भी प्रधान के भ्रष्टाचार करने की बात स्वीकार की. वहीं कई लोगों ने ये भी कहा कि प्रधान तो भ्रष्ट हैं ही. दूसरी ओर कई अफसर भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. इस पूरे मामले की जानकारी ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह को दी है. इस पर उनका कहना है कि ईटीवी भारत ने मामले को संज्ञान में लाया, इस तरह की कोई शिकायत पहले नहीं आई थी, लेकिन अब इस पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.