मैनपुरी: जनपद के मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे गांव करीमगंज में डेंगू पूरी तरह से पैर पसार चुका है. मौजूदा वक्त में एक पखवाड़े के दौरान 9 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 200 से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित हैं. इसको देखते हुए गुरुवार को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक का पूरा अमला इस गांव में पहुंचा और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं. साथ ही उन्हें आश्वासन देते हुए उनकी समस्याओं के निदान करने की बात कही. इस दौरान ग्रामीणों ने डीएम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी की शिकायत की.
मलेरिया, डेंगू और कोरोना का कहर
मामला जनपद के मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर बसे करीमगंज का है. यहां पर लगातार 15 दिन से डेंगू से लोग पीड़ित हैं. हालांकि समय-समय पर कई बार स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग की, जिसके चलते मलेरिया, डेंगू और कोरोना के भी मरीज यहां पर मिले.
वहीं इस पर ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, जिसका ताजा उदाहरण लगातार एक सप्ताह से देखने को मिला है. ग्रामीणों को इलाज के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी का सहारा लेना पड़ रहा है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि प्राइवेट पैथोलॉजी ने जांच की जो रिपोर्ट दी है वह ठीक नहीं है. इस गांव में एक पखवाड़े के दौरान डेंगू से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी हैं और 200 से ज्यादा लोग पीड़ित हैं.
करीमगंज के एक ग्रामीण ने कहा कि तस्वीरें गवाह हैं कि डेंगू का प्रकोप इस गांव में किस तरह से फैला है. पेड़ों की टहनियों पर ड्रिप की बोतल लगी हुई है. हालांकि जिलाधिकारी ने स्टैंड और पंखे की व्यवस्था कराने की बात कही है.
इस मामले में जानकारी देते हुए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कई डॉक्टरों की टीमें लगी हुई हैं. करीमगंज के प्राथमिक विद्यालय को अस्थायी रूप से स्वास्थ्य कैंप में परिवर्तित कर दिया गया है. पूरे गांव में फॉगिंग की व्यवस्था की जा रही है. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
डेंगू के लक्षण
डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलता है. सभी वायरस एडीज एजिप्टी या एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर की प्रजातियों से फैलता है. डेंगू में 104 फारेनहाइट डिग्री तक बुखार हो सकता है. इसके साथ ही नीचे दिए गए बिंदुओं में से कम से कम दो लक्षण होते हैं.
- आंखों के पीछे दर्द
- सिर दर्द
- ग्रंथियों में सूजन
- त्वचा पर लाल चकत्ते होना
- मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- उल्टी या जी मिचलाना