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जज्बे को सलाम: निजी नलकूप से दम तोड़ती नदी को किया जिंदा

बुंदेलखंड हमेशा से बूंद-बूंद पानी को मोहताज रहा है. वहीं जिले के एक व्यक्ति ने अपनी निजी नलकूप से दम तोड़ती चंद्रावल नदी को जीवित कर दिया.

बुंदेलखंड के भगीरथ.
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Published : Jul 4, 2019, 1:19 PM IST

महोबा: बूंद-बूंद पानी को मोहताज बुंदेलखंड में एक व्यक्ति ने अपनी निजी नलकूप से सूखी चंद्रावल नदी को जीवित कर दिया है. आधुनिक युग के बलबीर नामक भगीरथ के कठिन मेहनत और लगन के चलते आसपास के गांवों में जलस्तर तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है. सूखे तालाब और पोखरों को नदी का पानी मिलने से इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों के लिए यह नदी जीवनदायिनी बन गई है. बलबीर के निस्वार्थ भाव को देख ग्रामीण बेहद खुश हैं.

निजी नलकूप से दम तोड़ती नदी को किया जीवित

कड़ी मशक्कत के बाद नदी में भरा पानी

  • महोबा जिले के सदर तहसील के कबरई विकासखण्ड के बन्नी गांव में भीषण गर्मी से सभी नदियां, नाले, तालाब, पोखर सूख गए थे.
  • जिससे पशु-पक्षी और जंगली जानवर प्यास से तड़प के दम तोड़ने लगे थे.
  • तब महोबा जिले का एक किसान बलबीर आधुनिक भगीरथ के रूप में सामने आया और उसने अपने निजी ट्यूबवेल चला कर सूखी नदी में पानी भरा.
  • तीन महीने की कड़ी मशक्कत के बाद उसने नदी में पानी भर के चमत्कार कर दिखाया है.
  • अब कई किलो मीटर तक नदी में पानी लहलहा रहा है और प्यास से तड़प रहे पशु-पक्षी और इंसान अपनी प्यास बुझा रहे हैं.

ग्रामीणों के लिए बलबीर सिंह बने मसीहा

  • महोबा के चांदो गांव के पहाड़ से निकली यह वर्षो पुरानी चंद्रावल नदी बेहद कम बारिश के चलते अपने अस्तित्व को खो चुकी थी.
  • सूरज की आग उगलती गर्मी से नदी में धूल उड़ रही थी.
  • भीषण गर्मी में सभी ग्रामीणों में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था.
  • इसी बीच गांव के बलबीर सिंह ने अपने निजी नलकूप से पाइप और खेतों से कच्ची नाली के माध्यम से नदी को पानी पहुंचाई.
  • यह पानी करीब 10 किलोमीटर की सीमा पार कर चुका है.
  • बलबीर बुजुर्ग किसान के अथक प्रयास के बाद आज सूखी चंद्रावल नदी लबालब भरी है और पशु पक्षी इंसान अपनी प्यास बुझा रहे है.

श्री रामराजा सरकार की प्ररेणा से वह इस कठिन और आश्चर्य चकित काम करने में सफल हुए हैं. तीन महीनों से लगातार चल रहा यह निजी नलकूप बुंदेलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है. दिन-रात पानी नदी में पहुंचाने के लिए कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा.
-बलबीर सिंह, किसान

महोबा: बूंद-बूंद पानी को मोहताज बुंदेलखंड में एक व्यक्ति ने अपनी निजी नलकूप से सूखी चंद्रावल नदी को जीवित कर दिया है. आधुनिक युग के बलबीर नामक भगीरथ के कठिन मेहनत और लगन के चलते आसपास के गांवों में जलस्तर तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है. सूखे तालाब और पोखरों को नदी का पानी मिलने से इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों के लिए यह नदी जीवनदायिनी बन गई है. बलबीर के निस्वार्थ भाव को देख ग्रामीण बेहद खुश हैं.

निजी नलकूप से दम तोड़ती नदी को किया जीवित

कड़ी मशक्कत के बाद नदी में भरा पानी

  • महोबा जिले के सदर तहसील के कबरई विकासखण्ड के बन्नी गांव में भीषण गर्मी से सभी नदियां, नाले, तालाब, पोखर सूख गए थे.
  • जिससे पशु-पक्षी और जंगली जानवर प्यास से तड़प के दम तोड़ने लगे थे.
  • तब महोबा जिले का एक किसान बलबीर आधुनिक भगीरथ के रूप में सामने आया और उसने अपने निजी ट्यूबवेल चला कर सूखी नदी में पानी भरा.
  • तीन महीने की कड़ी मशक्कत के बाद उसने नदी में पानी भर के चमत्कार कर दिखाया है.
  • अब कई किलो मीटर तक नदी में पानी लहलहा रहा है और प्यास से तड़प रहे पशु-पक्षी और इंसान अपनी प्यास बुझा रहे हैं.

ग्रामीणों के लिए बलबीर सिंह बने मसीहा

  • महोबा के चांदो गांव के पहाड़ से निकली यह वर्षो पुरानी चंद्रावल नदी बेहद कम बारिश के चलते अपने अस्तित्व को खो चुकी थी.
  • सूरज की आग उगलती गर्मी से नदी में धूल उड़ रही थी.
  • भीषण गर्मी में सभी ग्रामीणों में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था.
  • इसी बीच गांव के बलबीर सिंह ने अपने निजी नलकूप से पाइप और खेतों से कच्ची नाली के माध्यम से नदी को पानी पहुंचाई.
  • यह पानी करीब 10 किलोमीटर की सीमा पार कर चुका है.
  • बलबीर बुजुर्ग किसान के अथक प्रयास के बाद आज सूखी चंद्रावल नदी लबालब भरी है और पशु पक्षी इंसान अपनी प्यास बुझा रहे है.

श्री रामराजा सरकार की प्ररेणा से वह इस कठिन और आश्चर्य चकित काम करने में सफल हुए हैं. तीन महीनों से लगातार चल रहा यह निजी नलकूप बुंदेलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है. दिन-रात पानी नदी में पहुंचाने के लिए कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा.
-बलबीर सिंह, किसान

Intro:नोट- शैलेन्द्र सर

एंकर- बूंद-बूंद पानी को मोहताज बुंदेलखंड के पानी मसीहा ने अपनी निजी नलकूप से पानी डाल दम तोड़ती सूखी पड़ी चंद्रावल नदी को जीवित कर इतिहास रच दिया है आधुनिक युग के बलबीर नामक भागीरथ के कठिन मेहनत और लगन चलते आसपास के गांवों में जलस्तर तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है सूखे तालाब,पोखरों में नदी का पानी मिलने से इंसानों के साथ साथ पशु पक्षियों के लिए यह नदी की जलधारा एक जीवनदायिनी बनकर सामने आई है बलबीर के निस्वार्थ भाव को देख ग्रामीण बेहद खुश है।


Body:महोबा जिले के सदर तहसील के कबरई विकासखण्ड के बन्नी गांव में भीषण गर्मी से सभी नदियां, नाले,तालाब,पोखर सूख गये थे जिससे पशु पक्षी और जंगली जानवर प्यास से तड़प के दम तोड़ने लगे थे तब महोबा जिले का एक किसान बलबीर आधुनिक भगीरथ के रूप में सामने आया और उसने अपने निजी ट्यूबवेल चला कर सूखी नदी में पानी भर नया इतिहास रच दिया 3 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद उसने नदी में पानी भर के चमत्कार कर दिखाया है अब कई किलो मीटर तक नदी में पानी लहलहा रहा है और प्यास से तड़प रहे पशु पक्षी और इंसान अपनी प्यास बुझा रहे है बलबीर की माने तो श्री रामराजा सरकार की प्ररेणा से वह इस कठिन और आश्चर्य चकित काम करने में सफल हुए है तीन महीनों से लगातार चल रहा यह निजी नलकूप बुंदेलों के लिए किसी संजीवनी से कम नही है बलबीर बताते है कि दिन रात पानी नदी में पहुँचाने के लिए उसे कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता था 65 वसंत पार कर चुका बलबीर कभी थक कर अपना पसीना पोछता तो कभी छाया में बैठ जाता मगर वो अपना काम करना नही भूलता उसने जो मन मे ठानी उससे लिए उसने दिन रात एक कर दिया।
बाइट- बलबीर सिंह (किसान)


Conclusion: आज हम आपको बुंदेलखंड की ऐसी सच्ची तस्वीर दिखाने वाले है जो वास्तव में अदभुद अविश्वसनीय अकल्पनीय है महोबा के चांदो गांव के पहाड़ से निकली यह वर्षो पुरानी चंद्रावल नदी बेहद कम बारिश के चलते अपने अस्तित्व को खो चुकी थी सूरज की आग उगलती गर्मी से नदी में धूल उड़ रही थी भीषण गर्मी में सभी ग्रामीणों में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था तभी गांव के बलबीर सिंह ने अपने निजी नलकूप से पाइप और खेतों से कच्ची नाली के माध्यम से अदभूद चमत्कार कर पानी को नदी की मुख्यधारा में जोड़ पानी से लबालब कर दिया आसपास के सभी गांवों के साथ यह पानी करीब 10 किलोमीटर की सीमा पार कर चुका है बलबीर बुजुर्ग किसान के अथक प्रयास के बाद आज सूखी चंद्रावल नदी लबालब भरी है और पशु पक्षी इंसान अपनी प्यास बुझा रहे है महोबा के कबरई विकास खंड के बन्नी गांव में रहने वाले बुजुर्ग किसान बलबीर ने पानी जैसी विकराल समस्या से आसपास के गांव वालों को जलस्रोत के माघम और निजी खर्चे से इंसानों के साथ साथ मवेशियों और जीव जंतुओं को जीवनदान दे रहे है किसान अपने खेत से 25 सौ फुट लंबे पाइप के जरिये पानी नदी तक पहुँचा रहा है आज भी नदी में पानी डाला जा रहा है नतीजन नदी पानी से भर चुकी है गांव के लोग उत्साहित है तो वही गांव का जलस्तर बढ़ने से नीचे खिसक चुका जल स्तर 50 फुट ऊपर आ गया है और कभी सूख चुके हेण्डपम्प अब फिर से पानी देने लगे है ।
बाइट- पीयूष सिंह (किसान का बेटा)
बाइट- भोला (पशु पालक)

तेज प्रताप सिंह
महोबा यूपी
09889466159
06306038548
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