भदोही: तीन इंच चौड़े और पांच इंच लम्बे पोस्ट कार्ड पर आपने कई पत्र लिखे होंगे, जिसमें 15 से 20 लाइनो में ही पूरा पोस्ट कार्ड भर गया होगा. लेकिन क्या आप सोच सकते है कि एक पोस्टकार्ड पर 21,100 शब्द भी लिखे जा सकते हैं. यह कर दिखाया है भदोही की रहने वाली सुप्रिया बरनवाल ने.
सुप्रिया ने एक पोस्टकार्ड पर 21,100 बार राम नाम लिखने के साथ ही रामायण का पूरा उत्तरकाण्ड दो पोस्ट कार्ड पर लिख डाला है. छोटे शब्दों की लिखाई के कारण सुप्रिया का नाम इंडिया बुक रिकार्ड में भी दर्ज किया जा चुका है.
सुप्रिया बरनवाल भदोही जिले के देवनाथपुर की रहने वाली हैं. जब वह स्कूल में पढ़ती थीं, तब से ही उन्हें छोटे शब्दों में लिखने की आदत है. छोटे शब्दों कि लिखावट की वजह से उन्होंने कुछ अलग करने की सोची और शुरुआत में एक पोस्ट कार्ड पर पूरा सुन्दर काण्ड, हनुमान चालीसा सहित कई आरतियां भी लिखीं. उसके बाद उन्होंने दो पोस्ट कार्ड पर रामायण का पूरा उत्तरकाण्ड लिख दिया.
16 हजार शब्दों के इस उत्तरकाण्ड को सुप्रिया ने दो महीने की कड़ी मेहनत से लिखा था. सुप्रिया आसानी से इतना छोटा लिख लेती हैं लेकिन आपको इसको पढ़ने के लिए माइक्रोस्कोप की आवश्यता हो सकती है. इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इन पोस्ट कार्ड पर सुप्रिया ने कितने छोटे अक्षरो में लिखा होगा.
सुप्रिया द्वारा पोस्टकार्ड पर लिखे गए उत्तरकाण्ड में 58 छंद, 17 सोरठा, 195 दोहे, 595 चौपाइयां हैं. सुप्रिया बरनवाल ने ईटीवी भारत से कहा कि राम मंदिर बन जाने के बाद अयोध्या जाएंगी और सभी पोस्टकार्ड को भगवान राम के चरणों में अर्पित करेंगी.
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सुप्रिया की यह छोटी लिखावट इतनी साफ़ होती है कि उनके द्वारा लिखा गया हर शब्द आसानी से पढ़ा और समझा जा सकता है. अपने इस अनोखे शौक की वजह से इंडिया बुक रिकार्ड में उनको जगह मिली. 21,100 बार राम नाम, उत्तरकाण्ड के अलावा उन्होंने पोस्ट कार्ड पर सुन्दरकाण्ड भी लिखा है. इस सुन्दरकाण्ड में 7,209 शब्द, 280 चौपाई, 19 छंद और 63 दोहे हैं. यह कहना गलत नहीं होगा की इतना छोटे शब्द लिखने वाली सुप्रिया इकलौती महिला हैं. इसमें कड़ी मेहनत और उंगलियों का सधा बैलेंस होना चाहिए. सुप्रिया को उनके परिवार के लोगों का पूरा सहयोग मिलता है.