महोबा: जिले के चर्चित कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड मामले को लेकर बुधवार को सपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. समाजवादी पार्टी के नेताओं ने प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ और पुलिस प्रशासन के खिलाफ़ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने कहा कि सपा नेता और पूर्व मंत्री मनोज पांडेय के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मृतक कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी के परिजनों से मिलने नहीं दिया गया और उनको कानपुर से ही गिरफ्तार कर लिया गया.
उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाले कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड मामले में राजनीति तेज हो गई है. बीते सात सितम्बर को मृतक कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी द्वारा वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी महोबा पर अवैध वसूली सहित पैसा न देने पर जान से मरवा देने के गंभीर आरोप लगाए थे. वीडियो वायरल करने के अगले दिन 8 सितम्बर को कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी गोली मार दी गई. कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान 13 सितम्बर को उनकी मौत हो गई.
हिरासत में सपा कार्यकर्ता
परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार सहित तत्कालीन थानाध्यक्ष कबरई देवेन्द्र शुक्ला सहित चार अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था, जो बाद में हत्या में तब्दील हो गया. बुधवार को सपा नेता और पूर्व मंत्री मनोज पांडेय के नेतृत्व में दो पूर्व विधायकों सनातन पाण्डे, केके ओझा सहित ओमप्रकाश मिश्रा कानपुर के पूर्व महानगर अध्यक्ष सहित ब्राह्मण नेताओं के पीड़ित परिजनों से मिलने कबरई आने की सूचना पर एकत्रित हुए सैकड़ों सपाइयों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
सपा के डेलिगेशन टीम की गिरफ्तारी की सूचना पर सपाइयों ने विरोध प्रदर्शन कर कानपुर सागर नेशनल हाइवे जाम कर दिया. इस दौरान सपाइयों और पुलिस में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली. बाद में पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेज दिया.
पुष्पेंद्र सिंह यादव ने बताया कि हमारा प्रतिनिधि मंडल कबरई में मृतक व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी के परिवार से मिलने जा रहा था, लेकिन पुलिस प्रशासन तानाशाही कर रहा है और जबरन उठाकर बंद किया जा रहा है.