महोबाः पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के बाद उसका शव घर लाया गया. जिसे देख परिजनों में चीखपुकार मच गया. नाराज परिजनों ने परिवार को आर्थिक सहायता और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. परिवार ने मांग नहीं पूरी होने पर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. जिसके बाद मौके पर मौजूद सीओ, एसडीएम ने परिजनों को समझाने की कोशिश की. जिला अधिकारी ने परिवार को आर्थिक सहायता, आवास, जमीन का पट्टा की मांग को मान लिया. पीड़ित परिवार को 2 लाख आर्थिक सहायता, प्रधानमंत्री आवास, जमीन का पट्टा सहित मजिस्ट्रेटी जांच की मांग स्वीकार कर पीड़ित परिवार को हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया.
क्या है पूरा मामला
बीते दिन शहर कोतवाली क्षेत्र के सुभाषनगर के रहने बाले युवक पंकज सेन की पुलिस अभिरक्षा मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम के बाद युवक के शव को उसके घर लाया गया. परिजनों ने आर्थिक सहायता, आवास, जमीन का पट्टा और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. परिजनों ने मांग नहीं मानने पर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. जिससे जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सीओ सदर कालू सिंह एसडीएम राजेश कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया. जिसके बाद परिजनों के मांग पत्र को डीएम के पास भेजा गया.
डीएम ने मान ली मांगें
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्राण सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल डीएम के पास पहुंचा. डीएम ने मृतक के परिजनों की मांगों को मान लिया. डीएम ने दो लाख रुपये की आर्थिक मदद, रहने के लिए आवास, जमीन का पट्टा और मजिस्ट्रियल जांच की घोषणा की और परिवार के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिया.
'पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत'
सपा जिला अध्यक्ष प्राण सिंह ने बताया कि पंकज सेन को पुलिस घर से उठा ले गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि पकंज की मौत पुलिस कस्टडी में ही हुई थी. जिसे बाद में अस्पताल ले जाया गया.