महोबा: महानगरों के साथ-साथ अन्य प्रांतों से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी थमने का नाम नहीं ले रही है. एक के बाद एक मजदूरों की खेप वाहनों से घर वापसी करते हुए देखी जा रही है. इसका जीता जागता उदाहरण शुक्रवार को जिला अस्पताल में उस समय देखने को मिला जब 300 के लगभग प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमण की जांच कराने जिला अस्पताल में पहुंचे.
डॉक्टरों ने प्रत्येक मजदूर की थर्मल स्क्रीनिंग और कोरोना संक्रमण की जांच के बाद साईं इंटर कॉलेज में क्वारंटाइन किया. साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि इधर-उधर टहलते हुए पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
12 से अधिक गांवों के प्रवासी मजदूर पहुंचे
जनपद में एक के बाद एक फूटते कोरोना बम से जिला प्रशासन हरकत में आ गया है और किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहता है. महानगरों से आने वाले प्रत्येक प्रवासी श्रमिकों की अस्पताल में कोरोना संक्रमण सहित थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य कराया जा रहा है. आज महोबा जनपद के 12 से अधिक गांवों के रहने वाले तीन सैकड़ा प्रवासी मजदूर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र आदि महानगरों और अन्य प्रांतों से डीसीएम और अन्य वाहनों से घर आये हैं.
सभी मजदूर अपने गांवों से थर्मल स्क्रीनिंग और कोरोना संक्रमण की जांच कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे, जहां आइसोलेशन वार्ड में इन सभी मजदूरों का सैम्पल लिया गया और सभी प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों के लिए मुख्यालय के साई इंटर कॉलेज में क्वारंटाइन कर दिया गया.
अन्य प्रांतों और महानगरों से लगभग तीन सैकड़ा प्रवासी मजदूर आज जिला अस्पताल में जांच कराने आये हुए हैं. इसमें से सौ लोगों की जांच हो चुकी है और दो सौ से ज्यादा रजिस्टेशन कर लिए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है.
-डॉ. आर पी मिश्रा, सीएमएस जिला अस्पताल महोबा