महोबाः जिले में शनिवार को एक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई. जच्चा को चिकित्सकों ने तुरंत जिला अस्पताल भेजा पर रास्ते में उसकी भी मौत हो गई. जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
ये है घटनाक्रम
मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रीनगर का है. झांसी की रहने वाली अनीता पत्नी मुकेश गर्भवती थीं. वह अपनी मौसी मेवा की पुत्री मोना की गोद भराई की रस्म में शामिल होने चरखारी के खंदियापुरा मुहाल आई हुई थीं. कार्यक्रम खत्म होने के बाद अनीता अपनी मौसी की दूसरी पुत्री रचना के घर श्रीनगर चली गई. उसी दौरान अनीता को प्रसव पीड़ा होने लगी. आनन-फानन में परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर ले गए, जहां अनीता ने एक बच्चे को जन्म दिया. कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई. साथ ही अनीता का रक्तस्राव होने से हालत बिगड़ने लगी. अनीता की हालत खराब होती देख डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल के गेट पर ही अनीता की मौत हो जाने से परिजनों में हड़कंप मच गया. अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस की ओर से मृतकों के शवों का पंचनामा भरकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है तो वहीं जच्चा और बच्चा की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
ये बोलीं मृतका की मां
राम किशोरी (मृतका की मां) ने बताया कि चरखारी में बहन की बेटी की गोद भराई थी. अनीता इसी में आई थी. कार्यक्रम के बाद वह अपनी बहन के साथ श्रीनगर आ गई. इसके बाद उसे प्रसव पीड़ा होने पर श्रीनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्चा सुरक्षित हुआ. सब ठीक था. अचानक डॉक्टर ने रेफर कर दिया, जिसे लेकर महोबा अस्पताल आये लेकिन जच्चा-बच्चा दोनों ने दम तोड़ दिया.
ये बोले सीएमएस
डॉ. आरपी मिश्रा (सीएमएस) ने बताया कि हमारे इमरजेंसी के ईएमओ डॉ. एस पी सिंह ने बताया कि महिला मृत अवस्था में लाई गई थी. इसके श्रीनगर से रिफर किया गया था, जिसकी रास्ते में मौत हो गई थी. प्रसव के लिए महिला कई जगह गई हुई थी. प्रसव से पहले महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रिफर किया गया था.