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महोबा में किसानों को टिड्डियों के दल से सावधान रहने के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी - पाकिस्तानी टिड्डी दल दिखे तो कृषि विभाग को तत्काल पहुंचाए सूचना

महोबा जिलाधिकारी ने किसानों को सूचित करते हुए कहा है कि पाकिस्तानी टिड्डी दल का प्रकोप जिले में भी आ सकता है. अत: आपलोग सतर्क रहें और जैसे ही टिड्डी दल दिखाई दे कृषि विभाग के प्राविधिक सहायकों तथा कृषि विभाग को तत्काल सूचना पहुचाएं.

टिड्डियों के दल से सावधान रहने के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी.
टिड्डियों के दल से सावधान रहने के बारे में जिलाधिकारी ने दी जानकारी.
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Published : May 23, 2020, 10:52 PM IST

महोबा: जिलाधिकारी ने किसानों को सूचित करते हुए कहा कि पाकिस्तानी टिड्डी दल का प्रकोप राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के साथ ही मध्यप्रदेश से सटे उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा, मथुरा, ललितपुर एवं झांसी के निकट पहुंच गया है. अब यह प्रतीत होता है कि टिड्डी दल बहुत तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है. तथा कभी भी टिड्डी दल का प्रकोप महोबा जनपद में होने की संभावना है.

जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि टिड्डी दल द्वारा हरी फसलों जैसे-मूंग, उर्द, ज्वार, हरी सब्जियों एवं पेड़ पौधों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसके दृष्टिगत यह आवश्यक है कि जनपद में निरंतर टिड्डी दल के आक्रमण कि निगरानी कि जाए, ताकि किसी भी स्तर के प्रकोप की दशा में ससमय टिड्डी दल पर नियंत्रण पाया जा सके.

टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में किसान बन्धु निम्न सुझावों एवं संस्तुतियों का करें अनुपालन

  • टिड्डी दल के प्रकोप की सूचना ग्राम प्रधान, लेखपाल, कृषि विभाग के प्राविधिक सहायकों तथा कृषि विभाग को तत्काल सूचना पहुचाएं.
  • टिड्डी दल दिखाई दे, सभी किसान भाई एक साथ इकट्ठा होकर टीन के डिब्बों, थालियों, पटाकों आदि को बजाते हुए शोर मचायें और खेतों में धुआं आदि करें.
  • टिड्डी दल के न्यून/मध्यम प्रकोप की दशा में कृषक भाई एक साथ मिलकर क्लोरपायरीफास 20 प्रतिशत ई.सी. 2 लीटर या मैलाथियान 50 प्रतिशत ई.स. की 2.5 लीटर मात्रा को 500 लीटर पानी में घोल बनाकर तीव्र छिड़काव करें. इसके अलावा मैलाथियान 5 प्रतिशत धूल 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर भुरकाव करें.
  • टिड्डी दल प्रायः दिन डूबने के समय से दिन निकलने तक पेड़ पौधों पर आश्रय लेती हैं. इस समय इनके ऊपर उपरोक्त दवा का छिड़काव कर टिड्डी दल को नष्ट किया जा सकता है.
  • टिड्डी के प्रजनन एवं अण्डे देने के लिए बलुई मिट्टी सर्वाधिक अनुकूल होती है. इस लिए जहां पर भी इस प्रकार की मिट्टी हो वहां पर जुताई उपरान्त जल भराव करने से टिड्डी के विकास को रोका जा सकता है.

जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त किसानों से अपील की है कि सम्भावित टिड्डी दल के प्रकोप से सतर्क रहें. टिड्डी दल के प्रकोप से बचाने के लिए उपनिदेशक कृषि जी राम तथा जिला कृषि रक्षा अधिकारी वीर प्रताप सिंह को सख्त निर्देश दिए हैं कि कृषि विभाग की टीम से समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाएं.

महोबा: जिलाधिकारी ने किसानों को सूचित करते हुए कहा कि पाकिस्तानी टिड्डी दल का प्रकोप राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के साथ ही मध्यप्रदेश से सटे उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा, मथुरा, ललितपुर एवं झांसी के निकट पहुंच गया है. अब यह प्रतीत होता है कि टिड्डी दल बहुत तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है. तथा कभी भी टिड्डी दल का प्रकोप महोबा जनपद में होने की संभावना है.

जिलाधिकारी अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि टिड्डी दल द्वारा हरी फसलों जैसे-मूंग, उर्द, ज्वार, हरी सब्जियों एवं पेड़ पौधों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसके दृष्टिगत यह आवश्यक है कि जनपद में निरंतर टिड्डी दल के आक्रमण कि निगरानी कि जाए, ताकि किसी भी स्तर के प्रकोप की दशा में ससमय टिड्डी दल पर नियंत्रण पाया जा सके.

टिड्डी दल के प्रकोप की दशा में किसान बन्धु निम्न सुझावों एवं संस्तुतियों का करें अनुपालन

  • टिड्डी दल के प्रकोप की सूचना ग्राम प्रधान, लेखपाल, कृषि विभाग के प्राविधिक सहायकों तथा कृषि विभाग को तत्काल सूचना पहुचाएं.
  • टिड्डी दल दिखाई दे, सभी किसान भाई एक साथ इकट्ठा होकर टीन के डिब्बों, थालियों, पटाकों आदि को बजाते हुए शोर मचायें और खेतों में धुआं आदि करें.
  • टिड्डी दल के न्यून/मध्यम प्रकोप की दशा में कृषक भाई एक साथ मिलकर क्लोरपायरीफास 20 प्रतिशत ई.सी. 2 लीटर या मैलाथियान 50 प्रतिशत ई.स. की 2.5 लीटर मात्रा को 500 लीटर पानी में घोल बनाकर तीव्र छिड़काव करें. इसके अलावा मैलाथियान 5 प्रतिशत धूल 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर भुरकाव करें.
  • टिड्डी दल प्रायः दिन डूबने के समय से दिन निकलने तक पेड़ पौधों पर आश्रय लेती हैं. इस समय इनके ऊपर उपरोक्त दवा का छिड़काव कर टिड्डी दल को नष्ट किया जा सकता है.
  • टिड्डी के प्रजनन एवं अण्डे देने के लिए बलुई मिट्टी सर्वाधिक अनुकूल होती है. इस लिए जहां पर भी इस प्रकार की मिट्टी हो वहां पर जुताई उपरान्त जल भराव करने से टिड्डी के विकास को रोका जा सकता है.

जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त किसानों से अपील की है कि सम्भावित टिड्डी दल के प्रकोप से सतर्क रहें. टिड्डी दल के प्रकोप से बचाने के लिए उपनिदेशक कृषि जी राम तथा जिला कृषि रक्षा अधिकारी वीर प्रताप सिंह को सख्त निर्देश दिए हैं कि कृषि विभाग की टीम से समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जाएं.

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