महोबाः जिले में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से गांवों के विकास के लिए कई योजनाएं आ रही हैं. लेकिन प्रधानों की मनमानी की वजह से संचालित योजनायें गरीबों तक नहीं पहुंच पा रही हैं. सरकार का प्रयास था कि शौचालय और प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीबों को छत मिल सके. लेकिन ये योजनाएं अब तक गरीबों और मजदूरों से दूर हैं. बात विकास और सफाई की करें तो गांव में घुसते ही कूड़े और गंदगी का अंबार लगा है.
विकास से कोसों दूर महोबा का गांव
एक ओर केंद्र सरकार गरीबों को आवास देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चला रही है. तो वहीं कबरई विकास खण्ड के ग्राम किडारी में करीब 12 से ज्यादा ग्रामीण, जो आवास के योग्य हैं, उन्हें अभी तक आवास नहीं मिला है. वे कड़ाके की ठंड में तिरपाल के नीचे अपना गुजर-बसर कर रहे हैं. चुनाव के समय प्रतिनिधि बड़े-बड़े विकास के दावे करके चुनाव जीत जाते हैं, और उसके बाद सभी विकास के दावे हवा-हवाई हो जाते हैं. अब पंचायत चुनाव-2021 सिर पर है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में भावी प्रत्याशी वोटों के लिए जोड़तोड़ में लगे गये हैं, और जनता से एक बार फिर विकास की गंगा बहाने की बात कहकर अपना वोट पक्का करने की फिराक में जुट गये हैं.
निर्वाचन विभाग ने जारी की मतदाता लिस्ट
जिले में निर्वाचन विभाग ने मतदाता लिस्ट जारी कर दी है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर जारी की गयी वोटर लिस्ट में 36 हजार 7 सौ 26 नये मतदाता शामिल किये गये हैं. वहीं 3 हजार 4 सौ 65 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे गये हैं.
पंचायत चुनाव-2021 में राजनैतिक दल बड़ी तादाद में अपने कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं. अब चाहे एसपी, बीएसपी, बीजेपी हो या फिर कांग्रेस जिले के गांवों में चौपाल लगना शुरू हो गया है. जहां ग्रामीणों के अपने-अपने तर्क हैं. आपको बता दें कि जिले की चार विकास खण्डों में कुल 273 ग्राम पंचायत है. जिसमें से कबरई विकास खण्ड में 94 ग्राम पंचायत, चरखारी विकास खण्ड में 53 ग्राम पंचायत, जैतपुर विकास खण्ड में 62 ग्राम पंचायत और पनवाड़ी विकास खण्ड में 64 ग्राम पंचायत हैं. जिसमें कुल 5 लाख 61 हजार 4 सौ 78 महिला और पुरूष मतदाता हैं. जिले में इस बार कुल 36 हजार 7 सौ 26 नये महिला और पुरूष वोटर शामिल किये गये हैं. वहीं निर्वाचन विभाग ने 3 हजार 4 सौ 65 मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाये हैं.