महोबा: जिले के चरखारी कोतवाली क्षेत्र में बैंक के कर्ज से परेशान एक किसान ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. किसान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. जिला प्रशासन किसान की आत्महत्या का कारण कर्ज को नहीं मान रहा है.
जानिए, पूरा मामला
यह मामला महोबा के चरखारी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नरेड़ी का है. यहां 35 वर्षीय किसान करन सिंह ओरियंटल बैंक सूपा से लगभग ढाई लाख रुपये का कर्ज लिया था. परिजनों के मुताबिक, फसल की पैदावार अच्छी न होते देखकर करन मानसिक रूप से परेशान चल रहा था. उसको यह चिंता सता रही था कि बैंक का कर्ज कैसे चुकेगा और परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा. सोमवार सुबह करन के परिजन खेत पर चले गए, तो सूना घर पाकर उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.
परिजनों जब घर लौटे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की. किसान की मौत की खबर सुन जांच के लिए पहुंचे एसडीएम ने किसान की मौत का कारण कुछ और ही बताया है.
किसान की मौत की खबर मिलने पर तहसीलदार को मौके में भेजा था. वहां ग्रामीणों ने बताया कि करन सिंह का अपनी पति से पिछले पांच सालों से विवाद चल रहा था. किसान की पत्नी मायके में रह रही है. मृतक के नाम कोई लोन की जानकारी नहीं हुई है, होगा भी तो किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लाभ लिया होगा.
-राकेश कुमार, एसडीएम, चरखारी
करन ने ओरिएंटल बैंक सूपा से लगभग ढाई लाख का कर्ज लिया था. खराब फसल को लेकर वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था, इसी के चलते उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. करन के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
-महेश सिंह, परिजन