महोबा: डूडा विभाग (duda department) में योजनाओं के लाभ पर भ्रष्टाचार का दीमक पूरी योजना को ही निगल गया. गरीबों को पक्का मकान देने के लिए प्रधानमंत्री के नाम पर संचालित योजना को विभाग के ही कर्मचारियों ने कमीशनखोरी कर पलीता लगा डाला. 93 लाभार्थियों के खाते में निर्धारित ढाई लाख रुपये से अधिक की राशि खाते में भेज जमकर कमीशन खाया. जब इन कर्मचारियों की करतूत सामने आई तो आला अधिकारियों के पैरों तले जमीन ही खिसक गई.
यह पूरा मामला तब खुला जब डिप्टी कलेक्टर सौरभ पांडेय ने डूडा के परियोजना अधिकारी का पद संभाला. उन्होंने चार्ज लेते ही जांच के दौरान करोड़ों के घोटाले का खुलासा किया. विभाग के कर्मियों ने 93 लाभार्थियों को अधिक लाभ दिलाने के लिए मानक के विपरीत पैसा उनके खातों में ट्रांसफर कर दी थी. उपजिलाधिकारी ने नगरीय विकास अधिकरण के इस घोटाले पर गबन में शामिल डूडा विभाग में वर्तमान में कार्यरत 9 कर्मचारियों सहित दो सेवानिवृत्त कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. उपजिलाधिकारी की कार्रवाई से डूडा विभाग में हड़कंप मच गया.
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डिप्टी कलेक्टर सौरभ पांडेय ने बताया कि पिछले दो महीने से डूडा विभाग का पीओ का कार्य देख रहा हूं. जिलाधिकारी के आदेश से और लाभार्थियों को पक्की छत दिलाने का प्रयास कर रहा हूं. लगतार जनता द्वारा अवैध धन उगाही की शिकायतें प्राप्त हो रहीं थीं, जो ऐप था उसमें पात्र को अपात्र कैसे किया गया इसकी जांच चल रही थी. यह मामला उच्यधिकारियों को संज्ञान में दे दिया गया था. जिलाधिकारी के आदेश पर तहरीर दी गई है.