महोबा: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू शुक्रवार की देर शाम महोबा जिले के कबरई कस्बा पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने क्रेसर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी के परिजनों से मुलाकात की और घटना के बारे में जानकारी ली.
बता दें कि बीते दिनों कबरई कस्बे के रहने वाले इन्द्रकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार पर छह लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं रुपये नहीं देने पर अपनी जान का खतरा मणिलाल पाटीदार और सुरेश से बताया था. इसका वीडियो पीड़ित इन्द्रकांत द्वारा वायरल किया गया था. इसके दूसरे ही दिन इन्द्रकांत संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से घायल हो गए. इस समय कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है. इसके बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार को सस्पेंड कर जांच बैठा दी गई है.
पीड़ित के परिजनों ने बताया कि इन्द्रकांत त्रिपाठी से पुलिस द्वारा 6 लाख रुपये मांगे जा रहे थे. पुलिस अधीक्षक इन पर दबाव बना रहे थे कि छह लाख रुपये दें. इसे लेकर पुलिस अधीक्षक ने इन्द्रकांत को बुलाया था. जब इन्द्रकांत ने मना किया तो एसओ कबरई दबाव बनाने लगे. इन्द्रकांत को सुरेश सोनी द्वारा धमकी भी मिली थी. पीड़ित के भाई रविकांत त्रिपाठी ने बताया कि मेरा भाई बांदा रोड पर गाड़ी में घायल अवस्था मे मिला था.
पीड़ित के परिजनों ने बताया कि आज हमने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार और एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला, कुछ पुलिस कर्मी और सूरेश सोनी, अजय के खिलाफ तहरीर दी है. तहरीर में उन्होंने कहा कि इन लोगों के द्वारा षड्यंत्र के तहत गोली मारी गई.
वहीं अजय कुमार लल्लू ने बताया कि यह बहुत ही दुःखद घटना है. जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो कानून व्यवस्था का क्या आलम होगा. इन्द्रकांत त्रिपाठी ने सिर्फ वीडियो वायरल कर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन उनके साथ घटना हो गई. इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना ही पड़ेगा कि आखिर महोबा के पुलिस अधीक्षक द्वारा इस प्रकार का कृत्य क्यों किया गया. अब तक अपराधी सलाखों के पीछे क्यों नहीं हैं.