महोबा : जिले में विद्युत विभाग के जेई की मौत मामले में नया मोड़ सामने आया है. आरोप है कि अस्वस्थ चल रहे जेई को अवकाश न मिलने के कारण वह ड्यूटी करने के लिए मजबूर था, जिस कारण दबाव के चलते उसकी हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. विद्युत विभाग के जेई की मौत होने से साथी कर्मचारियों में विभाग के अधिकारियों के प्रति नाराजगी है तो वहीं पत्नी ने भी आरोप लगाया कि रीड की हड्डी में समस्या होने के बावजूद भी अधिशासी अभियंता द्वारा उसके पति को अवकाश नहीं दिया गया. नतीजन काम के दबाव के चलते उसके पति की मौत हुई है. ऐसे में अब पूरे मामले की जांच को लेकर मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराकर आगे की कार्यवाही की जा रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी देवीशरन सिंह (55) चरखारी में रहकर विद्युत विभाग के प्रवर्तन दल में बतौर जेई कार्यरत थे. बताया जाता है कि बीते दिनों बाथरूम में गिर जाने के कारण अधेड़ जेई की रीढ़ की हड्डी में समस्या उत्पन्न हो गई, जिस पर डॉक्टर ने बेड रेस्ट करने के लिए सलाह दी. पत्नी पुष्पा देवी का आरोप है कि एक सप्ताह के बेड रेस्ट के लिए पीड़ित ने विभाग के अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता से अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र दिया था और पीड़ित ने 15 जून से 25 जून तक अवकाश मांगा था, लेकिन विभाग के आला अधिकारियों ने पीड़ित जेई की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया और उसे अवकाश देने से साफ मना कर दिया. ऐसे में मजबूरन जेई देवीशरन को ड्यूटी पर रहकर काम करने का दबाव बना रहा. यही वजह है कि अचानक देवीशरन की तबीयत बिगड़ गई, जब तक परिवार के लोग जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. पत्नी का आरोप है कि उनके पति अस्वस्थ थे, इसके बावजूद भी बेड रेस्ट के लिए अवकाश अधिकारियों ने नहीं दिया. नतीजन काम के दबाव के चलते उसके पति की मौत हुई है, वहीं सूचना मिलते ही अधीक्षण अभियंता आर एस गौतम मौके पर पहुंचे जहां मीडिया के सवाल करने पर भड़क उठे. अधीक्षण अभियंता ने जेई की मौत मामले में जांच की बात कही है.