महराजगंज: जिले में आवंटित दुकानों को नए सिरे से आवंटित किए जाने को लेकर व्यापारियों ने नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही पूर्व चेयरमैन ने वर्तमान चेयरमैन पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है. व्यापारियों ने बताया कि वर्ष 1988 में 42 दुकानें आवंटित की गई थी. उसी दुकान को दोबारा से आवंटित करने का आनंद नगर नगर पंचायत अध्यक्ष ने नोटिस जारी किया है.
नगर पंचायत द्वारा 25 अगस्त तक 42 दुकानदारों को सूचित किया गया था कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार दुकानों को नए सिरे से आवंटित किया जाएगा. इसके लिए एक लाख रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क और 14 लाख रुपये आगामी तीन माह में जमा करने होंगे. साथ ही 6 हजार रुपये मासिक किराया भी देना होगा. नोटिस मिलने के बाद आक्रोशित व्यापारियों ने शनिवार को नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
वहीं नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन विनोद गुप्ता ने प्रेसवार्ता के दौरान वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष पर सरकारी धन के बंदरबांट का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर नगर पंचायत का राजस्व बढ़ाना है, तो नगर पंचायत को कॉपलेक्स बना देना चाहिए. साथ ही पूर्व में आवंटित दुकानों को निरस्त नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर व्यापारी हितों को ध्यान में नहीं रखा जाएगा, तो यह लड़ाई और आगे तक लड़ी जाएगी. अगर हमारी बातों को नजरअंदाज किया जाएगा, तो जनआंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी मौजूदा चेयरमैन की होगी.
उन्होंने मौजूदा चेयरमैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि 1988 में आवंटित दुकानों के नियम एवं शर्तों में भी बदलाव किया गया है. दुकान के मालिकों का कहना है कि अगर चेयरमैन की ओर से कोई बीच का रास्ता निकाला जाता है, तो हम तैयार हैं अन्यथा आगे की लड़ाई लड़ी जाएगी.