महराजगंज: जिले से सटे भारत-नेपाल सीमा पर अवैध कनाडियन मटर, कपड़े, इलाईची, छुहारा आदि का कारोबार बहुत ही तेजी से फल-फूल रहा है. सीमा से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के अध्यापकों द्वारा मिली सूचना के अनुसार इसकी हकीकत जानने के लिए सीमा से सटे गांवों के पगडंडियों पर निगाह बनाई गई. यहां रात के दो बजे से ही सीमा के पगडंडियों पर हलचल शुरू हो जाती है.
गरीब युवाओं को बनाया जाता है निशाना
सीमा पर तस्करी करने के लिए तस्करों के गिरोह उन युवाओं को चुनता है, जो गरीब या पैसे की लालच में अवैध तरीके से सामानों का आयात-निर्यात कर सकें. जिले के निचलौल थाना क्षेत्र अंतर्गत रेंगहिया पुलिस चौकी के सामने ही यह सारा तांडव देखने को मिल गया. वहां के चौकी इंचार्ज भरत भूषण यादव से पूछताछ किया गया तो पहले उन्होंने अनजान बनने की पुरजोर कोशिश की. हालांकि जब उन्हें पूरी बात बताई गई तब वह उन पर कार्रवाई करने के लिए अपने हमराहियों के साथ भागमभाग करने लगे. इससे यह पुलिस पर आरोप लग रहा है कि पुलिस की मिलीभगत से सीमा के सटे ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को भटकाया जा रहा है.
अंधेरे में जाता दिख रहा है युवाओं का भविष्य
अब देखना यह होगा कि महराजगंज पुलिस सीमा से पुलिस चौकियों पर किस तरह की चाक-चौबंद लगाती है, जिससे कि अवैध सामग्रियों की तस्करी और युवाओं को इस तस्करी के जाल से बाहर निकाला जा सकें. क्योंकि देश के नवनिर्माण में अमूल्य योगदान देने वाले युवाओं का भविष्य अंधेरे में जाता दिख रहा है.
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