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ऐसा थानाध्यक्ष जो खाकी की ड्यूटी के साथ निभाता है शिक्षक का फर्ज, बच्चों को फ्री में देता है शिक्षा

महाराजगंज जनपद में एक थानाध्यक्ष ने एक प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है. थानाध्यक्ष प्राथमिक विद्यालय में सप्ताह में एक दिन में बच्चों को पढ़ाने के लिए आते हैं.

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बच्चों को पढ़ाते थानाध्यक्ष
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Published : Sep 13, 2022, 6:22 PM IST

Updated : Sep 13, 2022, 6:53 PM IST

महाराजगंज: पुलिस शब्द सुनते और खाकी को देखते ही लोगों के अंदर नकारात्मक विचार आने लगते हैं. हालांकि अब आप अपने मन से पुलिस के नकारात्‍मक भाव को बदल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ ऐसे भी खाकी वर्दीधारी हैं, जो इस धारणा में बदलाव ला रहे हैं. ऐसे ही महाराजगंज जनपद के नौतनवा थानाध्यक्ष सुनील राय हैं. जिनकी अनोखी पहल की लोग तारीफ कर रहे (SHO Sunil Rai) हैं. पुलिस में नौकरी मिलने से पहले सुनील राय पेशे से शिक्षक थे.

अब वह पुलिस की नौकरी के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं. थानाध्यक्ष सुनील राय ने नौतनवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है. सुनील सप्ताह में एक दिन इस विद्यालय में पढ़ाने जाते हैं. बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ वह पढ़ाई-लिखाई का जरूरी सामान भी बांटते हैं. इसी प्रकार नौतनवा स्थित प्राथमिक विद्यालय(Primary School at Nautanwa) में मंगलवार की सुबह जब पुलिस की गाड़ी रुकी, तो आसपास के लोग पुलिस को देखने लगे कि स्कूल में कोई बात तो नहीं हो गई. लेकिन थानाध्यक्ष सुनील राय ने बच्चों के बीच पहुंचकर हंसते हुए गुड मॉर्निंग कहा और बच्चों को बताया कि वह विद्यालय में पुलिसकर्मी बनकर नहीं शिक्षक बनकर आए हैं. उन्होंने बच्चों को बताया कि वह उन्हें पढ़ाने आए हैं.

बच्चों को पढ़ाते थानाध्यक्ष

थानाध्यक्ष की बात सुनकर बच्चे काफी खुश हो गए. थानाध्यक्ष ने बच्चों को गणित का सवाल ब्लैक बोर्ड पर समझाते हुए हल करवाया. अपने बीच में एक पुलिसकर्मी को पाकर बच्चे काफी खुश रहें. जब तक बच्चों की क्लास चली तब तक बच्चों ने मन लगाकर पढ़ाई की. इंस्पेक्टर सुनील राय ने बताया कि वह पुलिस की नौकरी में आने से पहले शिक्षक थे. जिससे जब भी उन्हें मौका मिलता है और जिस भी थाने पर उनकी पोस्टिंग होती है. वह उस थाने के प्राइमरी स्कूल को गोद लेकर बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं.

बच्चों को पढ़ाना उनकों अच्छा भी लगता है. प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय ने बताया कि सप्ताह में एक दिन वह अपने गोद लिए प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर बच्चों को किताबी के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी देते हैं. इससे एक तो उनके अंदर पुलिस को लेकर किसी तरह का भय नहीं रहता और दूसरे उनका मन भी पढ़ाई में लगा रहता है. उन्होंने कहा कि यह बच्चे भविष्य में समाज की संरचना में अपना योगदान देने वाले हैं. इनके शिक्षा और संस्कार की बुनियाद को मजबूत करके ही शिक्षित, सुरक्षित और सभ्य समाज की स्थापना सुनिश्चित की जा सकती है. प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय बच्चों को हफ्ते में एक दिन पढ़ाने के लिए पहुंचते हैं.

यह भी पढे़ं:शामली के इस स्कूल में मिल रहा बासी मिड डे मील, छात्राओं ने खाने से किया इनकार

एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं लेकिन वही अब योगी सरकार में पुलिस तमाम तरह से बेहतर कार्य कर रही है. इससे लोगों में उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि काफी अच्छी होती जा रही है. वहीं, पुलिस कर्मियों के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेकर वहां शिक्षा प्रदान करना और उनके जरूरत के सामानों को देना कहीं न. कहीं पुलिस के छवि को और बेहतर बनाने का काम कर रही है.

यह भी पढे़ं:कुछ नया करने के जुनून ने इस शिक्षक को दिलाया राज्यस्तरीय सम्मान, सीएम योगी करेंगे सम्मानित

महाराजगंज: पुलिस शब्द सुनते और खाकी को देखते ही लोगों के अंदर नकारात्मक विचार आने लगते हैं. हालांकि अब आप अपने मन से पुलिस के नकारात्‍मक भाव को बदल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ ऐसे भी खाकी वर्दीधारी हैं, जो इस धारणा में बदलाव ला रहे हैं. ऐसे ही महाराजगंज जनपद के नौतनवा थानाध्यक्ष सुनील राय हैं. जिनकी अनोखी पहल की लोग तारीफ कर रहे (SHO Sunil Rai) हैं. पुलिस में नौकरी मिलने से पहले सुनील राय पेशे से शिक्षक थे.

अब वह पुलिस की नौकरी के साथ-साथ बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं. थानाध्यक्ष सुनील राय ने नौतनवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है. सुनील सप्ताह में एक दिन इस विद्यालय में पढ़ाने जाते हैं. बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ वह पढ़ाई-लिखाई का जरूरी सामान भी बांटते हैं. इसी प्रकार नौतनवा स्थित प्राथमिक विद्यालय(Primary School at Nautanwa) में मंगलवार की सुबह जब पुलिस की गाड़ी रुकी, तो आसपास के लोग पुलिस को देखने लगे कि स्कूल में कोई बात तो नहीं हो गई. लेकिन थानाध्यक्ष सुनील राय ने बच्चों के बीच पहुंचकर हंसते हुए गुड मॉर्निंग कहा और बच्चों को बताया कि वह विद्यालय में पुलिसकर्मी बनकर नहीं शिक्षक बनकर आए हैं. उन्होंने बच्चों को बताया कि वह उन्हें पढ़ाने आए हैं.

बच्चों को पढ़ाते थानाध्यक्ष

थानाध्यक्ष की बात सुनकर बच्चे काफी खुश हो गए. थानाध्यक्ष ने बच्चों को गणित का सवाल ब्लैक बोर्ड पर समझाते हुए हल करवाया. अपने बीच में एक पुलिसकर्मी को पाकर बच्चे काफी खुश रहें. जब तक बच्चों की क्लास चली तब तक बच्चों ने मन लगाकर पढ़ाई की. इंस्पेक्टर सुनील राय ने बताया कि वह पुलिस की नौकरी में आने से पहले शिक्षक थे. जिससे जब भी उन्हें मौका मिलता है और जिस भी थाने पर उनकी पोस्टिंग होती है. वह उस थाने के प्राइमरी स्कूल को गोद लेकर बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं.

बच्चों को पढ़ाना उनकों अच्छा भी लगता है. प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय ने बताया कि सप्ताह में एक दिन वह अपने गोद लिए प्राथमिक विद्यालय में पहुंचकर बच्चों को किताबी के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी देते हैं. इससे एक तो उनके अंदर पुलिस को लेकर किसी तरह का भय नहीं रहता और दूसरे उनका मन भी पढ़ाई में लगा रहता है. उन्होंने कहा कि यह बच्चे भविष्य में समाज की संरचना में अपना योगदान देने वाले हैं. इनके शिक्षा और संस्कार की बुनियाद को मजबूत करके ही शिक्षित, सुरक्षित और सभ्य समाज की स्थापना सुनिश्चित की जा सकती है. प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार राय बच्चों को हफ्ते में एक दिन पढ़ाने के लिए पहुंचते हैं.

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एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं लेकिन वही अब योगी सरकार में पुलिस तमाम तरह से बेहतर कार्य कर रही है. इससे लोगों में उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि काफी अच्छी होती जा रही है. वहीं, पुलिस कर्मियों के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेकर वहां शिक्षा प्रदान करना और उनके जरूरत के सामानों को देना कहीं न. कहीं पुलिस के छवि को और बेहतर बनाने का काम कर रही है.

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Last Updated : Sep 13, 2022, 6:53 PM IST
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