महराजगंजः जिले में डूडा का कर्मचारी बनकर प्रधानमंत्री शहरी आवास ( Prime Minister Urban Residence ) के लाभार्थियों से अवैध पैसा वसूली करने वाले गैंग का खुलासा हो गया है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है. वहीं फरार अन्य अभियुक्तों की तलाश शुरू कर दी गई है. गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया है कि 30 से 40 लाभार्थियों को उसने अपना शिकार बनाया है.
बता दें कि जिले में डूडा का कर्मचारी व सर्वेयर बनकर प्रधानमंत्री शहरी आवास के लाभार्थियों से अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है. वहीं, फर्जी डूडा का कर्मचारी बनकर अवैध वसूली करने वाले गैंग के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है. वहीं, इस गैंग के फरार अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
महराजगंज जिले में प्रधानमंत्री शहरी आवास के नाम पर लाभार्थियों से अवैध वसूली बेखौफ रूप से की जा रही है. कहीं पर लाभार्थियों से फोन पर बात करके गिरोह के सदस्यों द्वारा अपने खातों में पैसा मंगा लिया जा रहा है तो कहीं पर फर्जी डूडा के कर्मचारी व सर्वेयर बनकर जियो टैगिंग आदि के नाम पर वसूली की जा रही है. इसे रोकने में जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार गैंग के सदस्य के अनुसार 2019 से ही भोले भाले लोगों से पीएम आवास के नाम पर अवैध वसूली हो रही है. आरोपी डूडा विभाग के ही सर्वेयर से बात करने के बाद रकम लेने के लिए गुरुवार को मुख्यालय पहुंचा था. सर्वेयर ने उसे देखते ही तुरंत पकड़कर इसकी सूचना डूडा विभाग के प्रभारी और जिले के अपर एसडीएम मदन मोहन वर्मा को दी. सूचना पाकर एसडीएम तुरंत कोतवाली पहुंचे और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. इस पकड़े गए आरोपी संजय मद्देशिया ने बताया कि उसके साथ इस गैंग में और लोग भी शामिल हैं. वह केवल गैंग के सरगना के इशारे पर काम करता है. गैंग के सरगना ने उसको पैसे की डिलीवरी लेने का काम दिया था जिसको लेने आया था.
डूडा विभाग के सर्वेयर अरविंद (Surveyor Arvind of Duda Department) ने बताया कि दो दिन पहले उनके पास फोन आया था. जिसमें बताया गया कि पीएम आवास के नाम पर पैसा मांगा जा रहा है. उसने फोन करने वाले को जिला मुख्यालय स्थित डूडा विभाग बुलाया. जब आरोपी युवक पहुंचा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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इस मामले में अपर एसडीएम मदन मोहन वर्मा (Additional SDM Madan Mohan Verma) ने बताया कि जिले में कुछ लोगो का सक्रिय गैंग है जो प्रधानमंत्री शहरी आवास के नाम पर लाभार्थियों से अवैध रूप से वसूली कर रहा है. इस गैंग के एक सदस्य ने फोन किया था जिसमें कहा था कि प्रधानमंत्री आवास का काम हम लोग करा देंगे. उसके बदले हमें कुछ रकम चाहिए. रकम देने के लिए अरविंद कुमार ने उसे ऑफिस बुलाया और आरोपी को पकड़ लिया. गिरफ्तार अभियुक्त के साथ चार लोग काम करते हैं.
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