महाराजगंज: जिले के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के बांसपार बजौली गांव से अपहृत सात वर्षीय मासूम का शव रविवार को उसके घर से थोड़ी दूर पर पुलिस ने बरामद कर लिया है. मासूम पीयूष के रिश्ते में नाबालिग चाचा ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया था. उसी की निशानदेही पर शव बरामद किया गया है.
जानिए पूरा मामला
बीते नौ दिसंबर को कोतवाली थाना क्षेत्र के बांसपर बजौली गांव से अपने घर के सामने खेलते समय सात वर्षीय पीयूष संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था. उसके अगले ही दिन एक पत्र परिजनों को मिला था, जिसमें पचास लाख की फिरौती मांगी गई थी. पुलिस से शिकायत करने पर उसकी हत्या करने की धमकी भी दी गई थी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद महराजगंज पुलिस ने पांच टीमें लगाकर एसटीएफ की मदद से घटना के अनावरण के लिए जुटी हुई थी. इसी बीच फिरौती भरे पत्र की गहराई से छानबीन की गई तो उसकी हैंडराइटिंग परिवार के ही एक सदस्य जो मृतक का रिश्ते में चाचा है उसकी निकली.
इस मामले में जब पुलिस ने अपनी जांच आगे पेश की तो आरोपी ने पहले मामले को उलझा कर पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन जब उसकी हैंडराइटिंग मिलान की गई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने हत्या करने की बात स्वीकारी. पुलिस अधीक्षक ने बताया मासूम पीयूष की हत्या रिश्ते में लगने वाले नाबालिग के चाचा ने की थी. उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है तथा उसकी निशानदेही पर शव भी बरामद कर लिया गया है. इसके साथ ही साथ उसने फिरौती का पत्र लिखने की बात भी स्वीकार कर ली है. अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है.