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महराजगंज: निर्यात पर रोक के बावजूद भारत-नेपाल सीमा पर हो रही प्याज की तस्करी

केंद्र सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों के बाद प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद महराजगंज जनपद में भारत-नेपाल सीमा से प्याज की तस्करी जोरों पर है.

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महारजगंज में प्याज की तस्करी
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Published : Dec 8, 2019, 8:12 PM IST

महारजगंज: नेपाल में भारत से प्याज निर्यात किया जाता था, लेकिन प्याज के बढ़ते दामों के बाद सरकार ने निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद तस्करी के जरिए प्याज बॉर्डर पार भेजा जा रहा है. आलू के कागज पर भी प्याज पास हो रहा है. इसकी वजह से महारजगंज के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस वक्त महराजगंज जिले में प्याज 120 से 150 रुपये तक प्रति किलो बिक रहा है.

डीएम ने तस्करी पर रोक लगाने की कही बात.

प्याज के निर्यात पर रोक लगाने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत नेपाल के नागरिकों को हो रही है. नेपाल के नागरिक भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्याज खरीदने आ रहे हैं. वहीं नेपाल में प्याज की किल्लतों को देखते हुए तस्कर भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर प्याज नेपाल भेज रहे हैं.

ये भी पढ़ें: महराजगंज: परफॉर्मेंस ग्रांट घोटाले में DPRO समेत करीब 150 अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज

दो करोड़ का प्याज भेजा गया था नेपाल
लखनऊ से आई डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने नौतनवां के एक आलू-प्याज के व्यापारी को गिरफ्तार किया है. उससे जानकारी मिली कि कस्टम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से करीब दो करोड़ के प्याज को आलू में पास कराकर नेपाल भेज दिया गया. मामला प्रकाश में आने के बाद कस्टम महकमे में हड़कम्प मच गया और जांच शुरू कर दी गई. खुलासे के बाद महराजगंज के जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार भी सतर्क हो गए और तस्करी रोकने के लिए अपने मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

महारजगंज: नेपाल में भारत से प्याज निर्यात किया जाता था, लेकिन प्याज के बढ़ते दामों के बाद सरकार ने निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद तस्करी के जरिए प्याज बॉर्डर पार भेजा जा रहा है. आलू के कागज पर भी प्याज पास हो रहा है. इसकी वजह से महारजगंज के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस वक्त महराजगंज जिले में प्याज 120 से 150 रुपये तक प्रति किलो बिक रहा है.

डीएम ने तस्करी पर रोक लगाने की कही बात.

प्याज के निर्यात पर रोक लगाने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत नेपाल के नागरिकों को हो रही है. नेपाल के नागरिक भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्याज खरीदने आ रहे हैं. वहीं नेपाल में प्याज की किल्लतों को देखते हुए तस्कर भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर प्याज नेपाल भेज रहे हैं.

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दो करोड़ का प्याज भेजा गया था नेपाल
लखनऊ से आई डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने नौतनवां के एक आलू-प्याज के व्यापारी को गिरफ्तार किया है. उससे जानकारी मिली कि कस्टम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से करीब दो करोड़ के प्याज को आलू में पास कराकर नेपाल भेज दिया गया. मामला प्रकाश में आने के बाद कस्टम महकमे में हड़कम्प मच गया और जांच शुरू कर दी गई. खुलासे के बाद महराजगंज के जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार भी सतर्क हो गए और तस्करी रोकने के लिए अपने मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

Intro:Kindly Attention To Assignment Desk
लोकेशन- महराजगंज
संवाददाता- जियाउद्दीन
मो०-9628261129
दिनांक- 08-12-2019
Note-Mahajganj/ 08-12-2019 ONION SMUGGLING
स्लग- प्याज़ की तस्करी (स्पेशल स्टोरी )
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एंकर- केंद्र सरकार ने प्याज़ के बढ़ते हुए कीमतों के बाद जहा प्याज़ के निर्यात पर रोक लगा दी थी वही नेपाल में रोक लगने के बाद महाराजगंज जनपद के भारत नेपाल सीमा से प्याज की तस्करी जोरों पर होने लगी । इसका खुलासा तब हुआ जब लखनऊ डाईरेक्ट्रेट रेवेन्यू इंटलीजेंस की टीम द्वारा पकड़े गए नौतनवा के आरोपी और 3600 कुंतल प्याज जो नेपाल भेज दिया गया उसके बाद हुआ है । इस पूरे मामले में कस्टम की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है वही डीएम ने प्याज़ की तस्करी पर रोक लगाने के बात कही है ।

Body:वी/ओ- बढ़ते हुए प्याज़ के दाम को लेकर जहां पूरे देश मे हाहाकार मचा हुआ है और नेपाल में जहां भारत से प्याज़ जाता था उस पर रोक लगा दी गई है लेकिन तस्करी और आलू के कागज पर प्याज़ पास करा देने से बॉर्डर क्षेत्र में प्याज के दामों में और ज्यादा इजाफा हुआ है । यहां प्याज़ 120 रुपयों से 150 रुपया तक बाज़ारो में प्याज बिक रहे है जिससे स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । ये बातें तब पता चली जब लखनऊ से आई डीआरआई की टीम ने नौतनवा के एक आलू प्याज़ के व्यापारी सन्नी मद्देशिया को गिरफ्तार किया और उससे जानकारी मिली कि कस्टम के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से करीब दो करोड़ के प्याज को आलू में पास कराकर नेपाल भेज दिया गया । मामला प्रकाश में आने के बाद कस्टम महकमा में हड़कम्प मच गया और जांच शुरू हो गयी । खुलासे के बाद महाराजगंज के जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार भी सतर्क हो गए और तस्करी रोकने के लिए अपने मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है ।

बाइट- डॉ उज्ज्वल कुमार, डीएम

बाइट- सज्जाद, स्थानीय नागरिक

Conclusion:वी/ओ- भारत द्वारा प्याज़ के निर्यात पर रोक लगाने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत नेपाल के नागरिकों को हो रहा है क्योंकि भारत से प्याज़ नेपाल जाता था जिसके बाद से नेपाल ले नागरिक भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्याज ख़रीदने आ रहे है जिससे बाद से यहां प्याज़ के कीमतों में ज्यादा इजाफा हो गया है । वही नेपाल में प्याज़ की किल्लतों को देखते हुए अब तस्कर भी भारत नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर नेपाल भेज रहे है । इस समय भारत नेपाल के सोनौली सीमा पर नेपाली खरीददारों की भीड़ दुकानों पर खूब हो रही है।

बाईट-सीमा-गृहणी नेपाल
बाईट-मोहन सिंधी , स्थानीय नागरिक

वी/ओ- नेपाल में प्याज पर रोक लगने के बाद भारत नेपाल के सीमावर्ती बाज़ारो में सब्जियों के दुकानों की संख्या में इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है और इन बाज़ारो में नेपाली नागरिकों की भरमार देखने को मिल रही है जिससे ये दुकानदार प्याज़ को और महंगे में बेच रहे है और भारतीय लोगों को और जगहों की तुलना में महंगे दामों में प्याज खरीदने में मजबूर होना पड़ रहा है । जिस तरह से प्याज़ को लेकर आम आदमी का परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और किचन से प्याज़ दूर होते जा रहा है । अगर सरकार इस पर नियंत्रण नही लगती है तो आने वाले दिनों में लोंगो को और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ।

नोट। खबर रैप से भेजा गया है
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