महराजगंज: कोरोना संक्रमण के कारण भारत-नेपाल की सोनौली और नौतनवा सीमा पर फंसे विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में क्वारंटाइन किए गए 493 नेपाल के नागरिकों को क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद वापस भेज दिया गया है. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इस दौरान सीमा पर दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग, एसएसबी और पुलिस- प्रशासन की टीम मौजूद रही. लगभग 1450 नेपाली नागरिकों को क्वारंटाइन किया गया है.
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लाॅकडाउन की घोषणा होने के बाद भारत-नेपाल की सीमाओं को सील कर दिया गया. इसके बाद देश के विभिन्न प्रदेशों में काम करने वाले नेपाली नागरिक पलायन करने लगे और लगभग 1450 सौ नेपाली कामगार सोनौली सीमा पर फंस गए थे, जिसके बाद महराजगंज जिला प्रशासन द्वारा इन्हें विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में क्वारंटाइन किया गया. जिला प्रशासन के द्वारा इसकी सूचना नेपाली के उच्च अधिकारियों को दी गई.
नेपाल के अधिकारियों के अनुरोध पर क्वारंटाइन की अवधि पूरा कर चुके 493 नागरिकों को वापस नेपाल भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि सीमा क्षेत्र में बनाए गए कुल 11 क्वारंटाइन सेंटरों में लगभग 1450 नेपाली नागरिक रह रहे हैं. नेपाल के उच्च अधिकारियों से बातचीत के बाद क्वारंटाइन की अवधि पूरा करने वाले 493 नागरिकों को वापस भेज दिया गया है. बाकी बचे अन्य नेपाली नागरिकों को जल्द ही भेजने की कार्रवाई की जाएगी.