महाराजगंजः जिले में ऑपरेशन तलाश के जरिए अपह्रत व गुमशुदा लोगों की तलाश की जा रही है. अपरहण व गुमशुदगी के 130 मामलों में महराजगंज पुलिस ने 38 लोगों को खोज निकाला है. इसी कड़ी में जब ऑपरेशन तलाश की टीम दो मामलों की जांच करने पहुंची तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए. महाराजगंज के चौक थाना क्षेत्र के एक मामले में पति ने पुलिस से अपनी पहली बीवी खोजने की गुहार लगाई है.
दो बीवियां छोड़ गईं तो पति ने लगाई पुलिस से गुहार
ऑपरेशन तलाश की जांच में टीम को एक रोचक मामला मिला. महाराजगंज के चौक थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के गायब होने पर 26 जून 2019 को गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था. महिला की तलाश में जांच-पड़ताल के लिए ऑपरेशन तलाश की टीम गांव पहुंची. फोटो और जानकारी के आधार पर टीम ने छानबीन शुरू की लेकिन इसकी जानकारी नहीं मिली. महिला का पति ऑपरेशन तलाश की टीम के पास पहुंचा और पूछा साहब आप मेरी किस पत्नी को ढूंढ रहे हैं? मैनें पहली पत्नी के गायब होने के बाद गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था. साल भर बाद जब वह नहीं मिली तो मैंने दूसरी शादी कर ली. दूसरी वाली पत्नी भी फरार हो गई. पति ने टीम से कहा कि साहब मेरी दूसरी पत्नी को मत खोजिए. पहली वाली पत्नी को खोज निकालिए.
अपह्रत युवती को पुलिस ने ऐसे तलाशा
मंगलवार को ऑपरेशन तलाश के जरिए पुलिस ने पनियरा क्षेत्र की एक लड़की का पता लगाया जो अपने प्रेमी के साथ 2019 से फरार थी. प्रकरण में पुलिस ने प्रेमी पर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था. इस दौरान पुलिस ने इनकी खोजबीन की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा. इसके बाद पुलिस ने प्रेमी के घर की कुर्की कर दी और कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी.
ऑपरेशन तलाश की टीम ने एक अपहृत युवती का पता लगाने के लिए नए सिरे से जांच शुरू की. जांच के दौरान ऑपरेशन तलाश की टीम तीन साल पहले पनियरा क्षेत्र की गायब लड़की के बारे पता लगाने पहुंची. पूछताछ में पता चला कि जो लड़की गायब हुई है वह रील बनाकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपलोड करती रहती है.
ऑपरेशन तलाश की टीम ने लड़की के सोशल मीडिया का लिंक जांच के लिए साइबर सेल व सर्विलांस सेल को भेजा. वहां से नंबर खोज निकाला गया. उसकी लोकेशन पंजाब में मिला. इसके बाद टीम ने लड़की और उसके प्रेमी से संपर्क किया. दोनों ने बताया कि उन्होंने शादी कर ली हैं. उनके दो बच्चे भी हैं और वो दोनों काफी खुश हैं. दोनो ने अपना आधार नंबर व फोटोग्राफ भी भेजा. उन्होंने बताया कि मामला दूसरी जाति का होने की वजह से वह न तो घर आए और न ही किसी को अपनी लोकेशन बताई.
पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि पिछले 10 सालों में महराजगंज से 130 लोग संदिग्ध हालत में लापता हो गए थे. इन सभी लापता लोगों की तलाश के लिए ऑपरेशन तलाश चलाया गया है. इस ऑपरेशन के दौरान बीते एक महीने में पुलिस को 38 लोगों को सकुशल ढूंढने में सफलता मिली. एसपी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि तलाशी के लिए दो दरोगा, दो कॉन्स्टेबल और एक महिला कॉन्स्टेबल की टीम बनाई गई.
इस टीम में दरोगा मनीष पटेल, विवेक सिह, हेड कॉन्स्टेबल राणा प्रताप, हेड कॉन्स्टेबल अजय पाल के अलावा महिला आरक्षी संज्ञा तिवारी और कॉन्स्टेबल विनय को शामिल किया गया. इस टीम ने गुमशुदा लोगों के आधार कार्ड और मोबाइल नंबर के आधार पर जांच शुरू की. साइबर सेल के जरिये यह पता किया गया कि किन लोगों का आधार नंबर एक्टिव है यानी आधार नंबर के जरिये कितने गुमशुदा लोगों ने किसी सर्विस की सुविधा ली है. फिर लोकेशन को ट्रेस करने के बाद गुमशुदा तक टीम पहुंच बनाई.
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