महराजगंज: जनपद में बीते 10 महीने के भीतर 111 मासूम काल के गाल में समा गए. एक रिपोर्ट में मातृत्व व शिशु मृत्यु दर के आंकड़े हैरान करने वाले हैं. सेंट्रल रिव्यु मिशन की टीम द्वारा इसकी जानकारी देने के बाद बच्चों की हुई मौतों के रहस्य से पर्दा हटाने के लिए जिलाधिकारी ने सीडीओ, एसडीएम और सीएमएस के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए हैं.
जनपद में रहस्यमय कारणों से 10 महीने के भीतर हुई 111 मासूमों की मौत ने जिला प्रसाशन को सकते में ला दिया है. मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने शिशुओं की मौत की समीक्षा करते हुए इस पूरे मामले में मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिह सोगरवाल की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया. इसके बाद शिशुओं की हुई मौत के कारणों की जांच करने के आदेश दिए. इस जांच टीम में सीडीओ के अलावा जिला अस्पताल के सीएमएस व अतिरिक्त एसडीएम सत्यप्रकाश मिश्रा भी हैं. यह टीम मातृत्व व शिशु मृत्यु रिपोर्ट के आकड़ों में आई बढ़ोतरी की जांच करेगी. साथ ही यह जानने की भी कोशिश करेगी कि आखिर इतने शिशुओं की मौत क्यों और कैसे हुई.
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए बैठक की. साथ ही 3 सदस्यीय जांच कमेटी भी बनाई. डीएम ने कहा कि सीआरएम की टीम ने जांच करके बताया था कि शिशुओं की मौत के सभी केसेस में चाइल्ड डेथ रिव्यू नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि शिशु की माता के मौत का रिव्यू तो किया जा रहा है. लेकिन, जिस शिशु की मौत हो रही थी, उसका रिव्यु नहीं किया जा रहा था कि किस कारण से मौत हुई है. यह काफी गंभीर मुद्दा है.
जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया कि सेंट्रल गवर्नमेंट की जो टीम आई थी, उसने शिशुओं की मौत के मुद्दों को हाइलाइट किया था. सेंट्रल की टीम ने यह भी बताया था कि शिशुओं की मौत किन कारणों से हो रही है. माता का स्वास्थ्य कैसा है. साथ ही अन्य बिंदुओं पर ग्राउंड लेवल पर इसकी जांच की जाए. जांच कर इसकी रिपोर्ट बनाई जाए, जिससे यह पता चले कि शिशुओं की मौत किन कारणों से हो रही है. इसके बाद जिलाधिकारी ने 3 सदस्यीय टीम बनाकर इस पूरे प्रकरण की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने की बात कही.