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अनियमितता में हटाए गए बीएसए आशीष कुमार सिंह के खिलाफ शासन ने बैठाई जांच

महराजगंज जिले में तैनात रहे बीएसए आशीष कुमार सिंह को अनियमितता के मामले में पद से हटा दिया गया है. उन पर कई आरोप लगे थे. इसके बाद यह कार्रवाई की गई.

महराजगंज
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Published : Jun 18, 2023, 7:55 PM IST

महराजगंज : जिले के बीएसए रहे आशीष कुमार सिंह को शासन ने पद से हटा कर शिक्षा निदेशालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया है. प्राथमिक जांच में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद यह कार्रवाई की गई है. शासन ने उनके खिलाफ जांच भी बैठा दी है. संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल को जांच अधिकारी बनाया गया है. जांच में आरोप सही पाए जाने पर आगे भी उन पर कार्रवाई हो सकती है.

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से जारी पत्र के अनुसार पूर्व बीएसए आशीष कुमार सिंह की नौकरी के दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं, वह अभी परिवीक्षा काल में हैं. उन पर आरोप है कि महराजगंज जिले में पद पर रहते हुए उन्होंने जेम पोर्टल से कांट्रेक्ट निर्गमन तिथि व क्रयादेश निर्गमन तिथि में दो माह से अधिक विलम्ब किया. आरोप यह भी है कि पर्याप्त समयावधि व स्पष्टीकरण प्राप्त करने के पूर्व ही निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षकों के रोके गए वेतन को उन्होंने जारी कर दिया था.

अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.

इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में वर्ष 2021-22 की स्टेशनरी मद की धनराशि का भी नियम विरुद्ध तरीके से भुगतान किया गया. अपने पर्यवेक्षणीय दायित्वों का पूर्व बीएसए ने सही से निर्वहन नहीं किया. इन अनियमितताओं के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर आशीष कुमार सिंह के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत अनुशासनिक कार्रवाई की गई. मामले में जांच भी बैठा दी गई है. संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

यह भी पढ़ें : सभासद हो कोई तोप नहीं...अधिशासी अधिकारी पर अपशब्द बोलने का आरोप, सभासद ने राज्यपाल को लिखा पत्र

महराजगंज : जिले के बीएसए रहे आशीष कुमार सिंह को शासन ने पद से हटा कर शिक्षा निदेशालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया है. प्राथमिक जांच में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद यह कार्रवाई की गई है. शासन ने उनके खिलाफ जांच भी बैठा दी है. संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल को जांच अधिकारी बनाया गया है. जांच में आरोप सही पाए जाने पर आगे भी उन पर कार्रवाई हो सकती है.

अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से जारी पत्र के अनुसार पूर्व बीएसए आशीष कुमार सिंह की नौकरी के दो साल भी पूरे नहीं हुए हैं, वह अभी परिवीक्षा काल में हैं. उन पर आरोप है कि महराजगंज जिले में पद पर रहते हुए उन्होंने जेम पोर्टल से कांट्रेक्ट निर्गमन तिथि व क्रयादेश निर्गमन तिथि में दो माह से अधिक विलम्ब किया. आरोप यह भी है कि पर्याप्त समयावधि व स्पष्टीकरण प्राप्त करने के पूर्व ही निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षकों के रोके गए वेतन को उन्होंने जारी कर दिया था.

अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र.

इसके अलावा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में वर्ष 2021-22 की स्टेशनरी मद की धनराशि का भी नियम विरुद्ध तरीके से भुगतान किया गया. अपने पर्यवेक्षणीय दायित्वों का पूर्व बीएसए ने सही से निर्वहन नहीं किया. इन अनियमितताओं के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर आशीष कुमार सिंह के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम-7 के तहत अनुशासनिक कार्रवाई की गई. मामले में जांच भी बैठा दी गई है. संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर मंडल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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