महराजगंज: नेपाल के पहाड़ियों में हो रही मुसलाधार बारिश से गंडक नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. वाल्मीकि नगर बैराज से 4 लाख क्युसके पानी डिस्चार्ज के बाद जनपद के अंतरराष्ट्रीय बन्धों पर जहा दबाव बढ़ गया है. वहीं नदी के रौद्र रूप ने जनपद के निचलौल तहसील के तीन गांव सोहगीबरवा, भोथही में जबरजस्त तबाही मचाई है. इन गांवों में पानी घुसने से जहां आमजन को भारी दिक्कतें हो रही है, तो मवेशियों की जान आफत में है. यहां के बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि उनकी सुधि लेने वाला कोई नही है.
बाढ़ के पानी मे घिरे गांव में मरे व्यक्ति का शव को पानी के बीच जान जोखिम में डालकर ग्रामीण ले जा रहे हैं. गंडक नदी में 4 लाख क्यूसेक मीटर पानी डिस्चार्ज होने के बाद नदी ने इन जगहों पर जबरजस्त तबाही मचाई है. घरों में पानी भरने के बाद लोगो को खाने-पीने के लाले पड़ गए हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में मवेशी लापता हुए हैं. अभी तक प्रशासन की तरफ बाढ़ पीड़ितों की कोई सरकारी मदद नहीं पहुंच पाई है.
बाढ़ के सम्बंध में जिलाधिकारी ने बताया कि राहत और बचाव कार्य के लिए एसडीएम को भेजा गया है. गंडक नदी का जलस्तर बढ़ गया है. लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचने के लिए कहा जा रहा है.