महराजगंज: यह पूरा मामला यूपी के महराजगंज जिले के सदर ब्लाक के सिसवां बाबू गांव का है. ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी की अनदेखी रवैये के कारण, यहां के लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ग्रामीणों का कहना है. कि सड़कों पर पानी जमा होने से चारो तरफ बदबू का आलम रहता है, जिससे आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ग्रामीणों का कहना है, कि उनके गांव में नालियां नहीं होने से उनके घरों का पानी गांव के बाहर सड़कों पर गिरता है. पानी की सही निकास नहीं होने की वजह से, चारो तरफ गंदगी बनी हुई है, जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है. ग्रामीण ने बताया कि यह समस्या चकबंदी के समय, यानी सन 1972 से चली आ रही है, और अब तक इसका निवारण नहीं किया गया.
इन समस्या के सम्बन्ध में ग्रामीणों का कहना है, कि इसकी शिकायत कई बार जिले के आला अधिकारियों और सीएम हेल्पलाइन, ग्राम प्रधान और सचिव से भी की, लेकिन हर बार सिर्फ बजट की बात कहकर उन्हें टाल दिया जाता है। लेकिन सोचने वाली बात ये है, कि एक तरफ सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए पानी की तरह पैसे बहा रही है, लोगों को स्वछता के प्रति जागरूक कर रही है, वहीं जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है.