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पंचायत चुनाव 2021: महराजगंज में नए परिसीमन के बाद घटे वार्ड, बढ़ी मतदाताओं की संख्या

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Published : Feb 28, 2021, 1:10 PM IST

यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं. सरकार ने भी चुनाव सकुशल संपन्न करान के लिए कमर कस ली है. अब चुनाव की तारीखों का इंतजार सबको है.

ग्राउंड रिपोर्ट.
ग्राउंड रिपोर्ट.

महराजगंज: जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जहां चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के दावे, वादे और हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. इस पंचायत चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के द्वारा अपना उम्मीदवार उतारे जाने से इस बार का पंचायत चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. पंचायत चुनाव से पहले तमाम गांव नगर पंचायत में सम्मिलित होने के कारण वार्डों की संख्या में कमी हुई है और मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है.

परिसीमन के बाद घटे वार्ड और बढ़े मतदाता
वर्ष 2015 में 18,42,614 मतदाताओं ने जिले के विकास के लिए कुल 49 जिला पंचायत सदस्य और 1232 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 929 ग्राम प्रधान और 11,897 सदस्य चुने थे. वर्ष 2021 के इस पंचायत चुनाव में 18,46,510 मतदाता परिसीमन के बाद 47 जिला पंचायत सदस्य और 1166 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 882 ग्राम पंचायत और 11,280 सदस्य का चुनाव करेंगे. नगर पंचायत में सम्मिलित हुए 47 गांवों के कारण 2 वार्डों में जहां जिला पंचायत सदस्य कम हो गए हैं, वही क्षेत्र पंचायत सदस्य के 66 वार्ड कम हो गए हैं. इसी तरह से 47 ग्राम प्रधान और 617 सदस्य का पद समाप्त हो गया है.

पंचायत चुनाव को लेकर अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले ही प्रदेश भर में इन दिनों चुनाव से संबंधित सभी कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि मार्च के आखिरी तक ग्राम पंचायत के चुनाव और अप्रैल तक जिला पंचायत का चुनाव हो सकता है. गांव की सरकार से लेकर जिले के प्रथम नागरिक तक का चुनाव होने जा रहा है. जिसे लेकर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में चौक चौराहों पर भी चुनावी चर्चाओं का दौर जारी है.

जानकारी देते संवाददाता.

ग्राम पंचायत के आंकड़े
वर्ष 2015 में महराजगंज जिले में कुल 929 ग्राम पंचायतें थी. जिसमें 5 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति स्त्री, 6 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति, 62 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति स्त्री और 115 ग्राम पंचायत अनुसूचित जाति, 87 ग्राम पंचायत पिछड़ा वर्ग की स्त्री, 168 ग्राम पंचायत पिछड़ा वर्ग, 158 ग्राम पंचायत स्त्रियां और 328 ग्राम पंचायत अनारक्षित था.

ग्राम पंचायत सदस्य के आंकड़े
वर्ष 2015 में 929 ग्राम पंचायतों में 11,897 ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड बनाए गए थे. जिसमें 37 वार्ड अनुसूचित जनजाति स्त्री के लिए, 4 वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए, 1070 वार्ड अनुसूचित जाति स्त्री के लिए, 1274 वार्ड अनुसूचित जातियों के लिए और 1215 वार्ड पिछड़ा वर्ग स्त्री के लिए, 1704 वार्ड पिछड़ा वर्ग के लिए, 1948 वार्ड स्त्रियों के लिए और 4645 वार्ड अनारक्षित किया गया था.

क्षेत्र पंचायत के आंकड़े
वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में 929 ग्राम पंचायतों में 1232 क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड बनाए गए थे. जिसमें 6 वार्ड अनुसूचित जनजाति स्त्री, 1 वार्ड अनुसूचित जनजाति , 76 वार्ड अनुसूचित जाति स्त्री, 154 वार्ड अनुसूचित जाति, 108 वार्ड पिछड़ा वर्ग स्त्री, 219 वार्ड पिछड़ा वर्ग, 225 वार्ड स्त्री, 443 वार्ड अनारक्षित किया गया था.

जिला पंचायत सदस्य के आंकड़े
वर्ष 2015 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 49 वार्ड बनाए गए थे. उस समय अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 13,912, अनुसूचित जाति की जनसंख्या 4,72,828, पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 15,86,042, सामान्य वर्ग की जनसंख्या 4,60,528 था. आरक्षण की बात करें तो अनुसूचित जनजाति के लिए वार्डों की संख्या शून्य रही. वहीं अनुसूचित जाति की महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए 3 वार्ड और पुरुषों के लिए 6 वार्ड मिले थे. इसी तरह से पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए 4 वार्ड और पुरुषों के लिए 9 वार्ड मिले थे. सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए 10 वार्ड और पुरुषों के लिए 17 वार्ड मिले थे.

जिले के डीपीआरओ कृष्ण बहादुर वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वर्ष 2021 में आरक्षण के बारे में शासन से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि जल्द ही शासन से इस बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश मुख्यालय से आरक्षण की जानकारी के संबंध में दिशा निर्देश दिए जाने हैं.

जिले के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी धनंजय कुमार दुबे ने बताया कि वर्तमान समय में जिले में कुल 17 विकास खंड हैं और कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 882 है. परिसमन के बाद कुल 18,46,510 मतदाता है. जिले में मतदान के लिए 1219 मतदान केंद्र और 3121 मतदान स्थल पर मतदान हैं. अभी जो नया आयोग ने प्रोग्राम जारी किया गया है, जो नगर पंचायत में सम्मिलित ग्राम पंचायत हैं, उनकी वोटर लिस्ट नए सिरे से बनाई जाए, इसके लिए सूचना जारी कर दी गई है. इस तरह से 25 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जो नगर पंचायत क्षेत्र से प्रभावित हैं.

महराजगंज: जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर जहां चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, वहीं चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों के द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह-तरह के दावे, वादे और हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. इस पंचायत चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के द्वारा अपना उम्मीदवार उतारे जाने से इस बार का पंचायत चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है. पंचायत चुनाव से पहले तमाम गांव नगर पंचायत में सम्मिलित होने के कारण वार्डों की संख्या में कमी हुई है और मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है.

परिसीमन के बाद घटे वार्ड और बढ़े मतदाता
वर्ष 2015 में 18,42,614 मतदाताओं ने जिले के विकास के लिए कुल 49 जिला पंचायत सदस्य और 1232 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 929 ग्राम प्रधान और 11,897 सदस्य चुने थे. वर्ष 2021 के इस पंचायत चुनाव में 18,46,510 मतदाता परिसीमन के बाद 47 जिला पंचायत सदस्य और 1166 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 882 ग्राम पंचायत और 11,280 सदस्य का चुनाव करेंगे. नगर पंचायत में सम्मिलित हुए 47 गांवों के कारण 2 वार्डों में जहां जिला पंचायत सदस्य कम हो गए हैं, वही क्षेत्र पंचायत सदस्य के 66 वार्ड कम हो गए हैं. इसी तरह से 47 ग्राम प्रधान और 617 सदस्य का पद समाप्त हो गया है.

पंचायत चुनाव को लेकर अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले ही प्रदेश भर में इन दिनों चुनाव से संबंधित सभी कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि मार्च के आखिरी तक ग्राम पंचायत के चुनाव और अप्रैल तक जिला पंचायत का चुनाव हो सकता है. गांव की सरकार से लेकर जिले के प्रथम नागरिक तक का चुनाव होने जा रहा है. जिसे लेकर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में चौक चौराहों पर भी चुनावी चर्चाओं का दौर जारी है.

जानकारी देते संवाददाता.

ग्राम पंचायत के आंकड़े
वर्ष 2015 में महराजगंज जिले में कुल 929 ग्राम पंचायतें थी. जिसमें 5 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति स्त्री, 6 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति, 62 ग्राम पंचायत अनुसूचित जनजाति स्त्री और 115 ग्राम पंचायत अनुसूचित जाति, 87 ग्राम पंचायत पिछड़ा वर्ग की स्त्री, 168 ग्राम पंचायत पिछड़ा वर्ग, 158 ग्राम पंचायत स्त्रियां और 328 ग्राम पंचायत अनारक्षित था.

ग्राम पंचायत सदस्य के आंकड़े
वर्ष 2015 में 929 ग्राम पंचायतों में 11,897 ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड बनाए गए थे. जिसमें 37 वार्ड अनुसूचित जनजाति स्त्री के लिए, 4 वार्ड अनुसूचित जनजाति के लिए, 1070 वार्ड अनुसूचित जाति स्त्री के लिए, 1274 वार्ड अनुसूचित जातियों के लिए और 1215 वार्ड पिछड़ा वर्ग स्त्री के लिए, 1704 वार्ड पिछड़ा वर्ग के लिए, 1948 वार्ड स्त्रियों के लिए और 4645 वार्ड अनारक्षित किया गया था.

क्षेत्र पंचायत के आंकड़े
वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में 929 ग्राम पंचायतों में 1232 क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए वार्ड बनाए गए थे. जिसमें 6 वार्ड अनुसूचित जनजाति स्त्री, 1 वार्ड अनुसूचित जनजाति , 76 वार्ड अनुसूचित जाति स्त्री, 154 वार्ड अनुसूचित जाति, 108 वार्ड पिछड़ा वर्ग स्त्री, 219 वार्ड पिछड़ा वर्ग, 225 वार्ड स्त्री, 443 वार्ड अनारक्षित किया गया था.

जिला पंचायत सदस्य के आंकड़े
वर्ष 2015 में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 49 वार्ड बनाए गए थे. उस समय अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 13,912, अनुसूचित जाति की जनसंख्या 4,72,828, पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 15,86,042, सामान्य वर्ग की जनसंख्या 4,60,528 था. आरक्षण की बात करें तो अनुसूचित जनजाति के लिए वार्डों की संख्या शून्य रही. वहीं अनुसूचित जाति की महिलाओं को चुनाव लड़ने के लिए 3 वार्ड और पुरुषों के लिए 6 वार्ड मिले थे. इसी तरह से पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए 4 वार्ड और पुरुषों के लिए 9 वार्ड मिले थे. सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए 10 वार्ड और पुरुषों के लिए 17 वार्ड मिले थे.

जिले के डीपीआरओ कृष्ण बहादुर वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वर्ष 2021 में आरक्षण के बारे में शासन से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. माना जा रहा है कि जल्द ही शासन से इस बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश मुख्यालय से आरक्षण की जानकारी के संबंध में दिशा निर्देश दिए जाने हैं.

जिले के सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी धनंजय कुमार दुबे ने बताया कि वर्तमान समय में जिले में कुल 17 विकास खंड हैं और कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 882 है. परिसमन के बाद कुल 18,46,510 मतदाता है. जिले में मतदान के लिए 1219 मतदान केंद्र और 3121 मतदान स्थल पर मतदान हैं. अभी जो नया आयोग ने प्रोग्राम जारी किया गया है, जो नगर पंचायत में सम्मिलित ग्राम पंचायत हैं, उनकी वोटर लिस्ट नए सिरे से बनाई जाए, इसके लिए सूचना जारी कर दी गई है. इस तरह से 25 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जो नगर पंचायत क्षेत्र से प्रभावित हैं.

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