महराजगंज: श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र में नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म व अश्लील वायरल वीडियो कांड में मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने दूसरे आरोपी वाहिद का नाम केस में बढ़ाया. वहीं, शुक्रवार को उसको गिरफ्तार भी कर लिया. पीड़ित परिवार ने पहले तहरीर में उस्मान के अलावा वाहिद के खिलाफ आरोप लगाया था. लेकिन, बताया जा रहा है कि मैनेज के खेल में दूसरी तहरीर ली गई और उस तहरीर में वाहिद का नाम हटा दिया गया था. मामला सुर्खियों में आने के बाद केस दर्ज करने के छठवें दिन पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता का धारा 164 का बयान दर्ज कराया. बयान में वाहिद का नाम आने के बाद उसके खिलाफ भी कार्रवाई की गई.
श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र में बीते सात दिसंबर को बालिका के साथ दुष्कर्म और उसका अश्लील वीडियो वायरल करने का मामला सामने आया था. उस्मान नाम के एक युवक ने बालिका के साथ घर में घुसकर दुष्कर्म किया और अश्लील वीडियो बनाकर अपने एक दोस्त को भेज दिया. दोस्त भी बालिका को फोन कर ब्लैकमेल करने लगा. वीडियो वायरल होने के बाद परिजनों ने श्यामदेउरवा पुलिस को तहरीर दी. लेकिन, आरोप है कि पुलिस ने तहरीर बदलवाकर केवल दुष्कर्म करने वाले आरोपी उस्मान अली को ही दुष्कर्म, पॉक्सो आदि धाराओं में जेल भेजा. लेकिन, पीड़िता का अश्लील वीडियो वायरल करने वाले आरोपी के दोस्त वाहिद के खिलाफ कार्रवाई के लिए पीड़िता के बयान व वीडियो कॉल के साक्ष्य को दरकिनार कर पुलिस सबूत मांग रही थी. बताया जा रहा है कि आरोपी का दोस्त पैसे वाले परिवार का है. उसके घर के कई लोग विदेश में रहते हैं. मामले को मैनेज कराने के लिए डील करने का प्रयास चल रहा था.
पीड़ित परिवार का कहना है कि मेडिकल परीक्षण कराने के प्रयास के दौरान श्यामदेउरवा थाना की एक महिला आरक्षी पीड़िता को लेकर परतावल सीएचसी पहुंची. पीड़िता को डराकर मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया. बाद में पीड़िता की मां ने प्रभारी निरीक्षक से मेडिकल परीक्षण कराने के लिए कहा. इसके बाद महिला आरक्षी पीड़िता को लेकर जिला महिला अस्पताल ले गई. जहां उसका मेडिकल परीक्षण हुआ.
दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने के बाद पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया था. सात दिसंबर को उसे परतावल सीएचसी में भर्ती कराया गया. प्रकरण में आठ दिसंबर को दुष्कर्म करने वाले आरोपी उस्मान के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया. इस प्रकरण में पहली बार विवेचक कतरारी चौकी इंचार्ज शैलेष प्रताप को बनाया गया. दूसरी बार परतावल चौकी इंचार्ज राजीव तिवारी को विवेचना दी गई. अब इस केस की विवेचना श्यामदेउरवा थाना के प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह कर रहे हैं.
इस मामले में गुरुवार को पीड़िता के घर पर एक अज्ञात व्यक्ति पहुंचा और उसने धमकी दी. आरोपी के परिजन भी आ गए थे. मामला संज्ञान में आने के बाद श्यामदेउरवा थाना के प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने दो पुलिसकर्मियों को पीड़िता के घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंप दी है. प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि दूसरे आरोपी वाहिद का नाम प्रकरण में सामने आने के बाद केस में उसका नाम बढ़ाया गया है. गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई थी. टीम ने शुक्रवार को वाहिद को गिरफ्तार कर लिया.
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