महराजगंज: जिले के निचलौल ब्लॉक के ग्राम पंचायत पैकौली, कटारी खुर्द, व बीसोखोर में मनरेगा कार्य में वित्तीय गबन के मामले में निलंबित निचलौल बीडीओ के विरुद्ध शनिवार को वर्तमान बीडीओ के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसी मामले में गड़बड़ी की पुष्टि होने पर जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार ने ब्लॉक में तैनात एपीओ, टीए, लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर की संविदा पहले ही समाप्त कर दी थी.
मनरेगा में घोटाला
ग्राम पंचायत पैकौली, कटहरी खुर्द व बीसोखोर में मनरेगा की जांच में भारी गड़बड़ी पकड़ में आई थी जिसके बाद जांच में ग्राम पंचायत कटहरी में कन्या प्राथमिक विद्यालय की चहारदीवारी निर्माण, नाली निर्माण, सीसी रोड के निर्माण में बिना कार्य को पूरा किए ही ब्लॉक कर्मचारियों की मिली भगत से भुगतान हो गया था. बीसोखोर में इंटरलाकिंग निर्माण सहित कई तरह के कार्यों में भारी अनियमितता सामने आई थी. जिसके बाद महराजगंज जिलाधिकारी, सीडीओ के निर्देश पर तीनों गांव के सेक्रेटरी को निलंबित कर दिया गया. इसी दौरान डीएम ने बीडीओ के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा था.
मनरेगा जांच में गबन की पुष्टि
अपर मुख्य सचिव ने मामले की जांच की. जांच में गबन की पुष्टि होने पर बीडीओ प्रमेन्द्र पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है तथा साथ ही बीडीओ सहित रोजगार सेवक व तकनीकी सहायक समेत घोटाले में चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया था. शनिवार को वर्तमान बीडीओ अनिल कुमार यादव के तहरीर पर निलंबित बीडीओ प्रमेन्द्र पाण्डेय और उनके दो भाई तथा आपूर्तिकर्ता फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया गया.
वर्तमान बीडीओ ने दी तहरीर
शासन के निर्देश पर वर्तमान निचलौल बीडीओ अनिल कुमार यादव द्वारा निचलौल थाने में दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि बीडीओ प्रमेन्द्र पाण्डेय ने गांव के विकास के लिए आए धन का 7 लाख रुपये अपने दो भाई अनिल पाण्डेय व सुरेंद्र पाण्डेय के खाते में ट्रांसफर किया था.
निचलौल थानाध्यक्ष निर्भय सिंह ने बताया कि सरकारी धन को निजी उपयोग के मामले में निलंबित बीडीओ प्रमेन्द्र पाण्डेय और उनके भाई अनिल कुमार पाण्डेय व सुरेंद्र पाण्डेय तथा कुशवाहा ईंट उद्योग निचलौल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है.