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जेवर एयरपोर्ट का निर्माण करेगी स्विट्जरलैंड की कंपनी

जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण स्विट्जरलैंड की ज्‍यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी करेगी. अडानी समेत तीन भारतीय कंपनियों को पछाड़कर स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी ने सबसे बड़ी बोली लगाई. मुख्यमंत्री योगी ने वेडिंग प्रक्रिया सफल होने पर इससे जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है.

स्विट्जरलैंड की कंपनी करेगी निर्माण.
स्विट्जरलैंड की कंपनी करेगी निर्माण.
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Published : Nov 30, 2019, 12:08 PM IST

लखनऊ: जेवर एयरपोर्ट के लिए शुक्रवार को फाइनेंसियल बिड्स खोली गई, जिसमें अडानी समेत तीन भारतीय कंपनियों को पछाड़कर स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी ने सबसे बड़ी बोली लगाकर काम हासिल कर लिया है.

फाइनेंसियल बिल्डिंग का मापदंड प्रति व्यक्ति राजस्व (revenue per pax) निर्धारित किया गया था. इसमें तकनीकी रूप से ज्यरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 400.97 रुपये, अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड-360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड 351 रुपये और एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड 205 रुपये सम्मिलित है.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना की फाइनेंसियल बिड्स शुक्रवार को खोली गई. किसी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एयरपोर्ट द्वारा भारत में पहली बार बिल्डिंग के माध्यम से पीपीपी मोड पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा (revenue per pax) सबसे ऊंची बोली लगाई गई है.

केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 20 वर्ष से लंबित इस परियोजना को विगत दो वर्षों में धरातल पर उतारे जाने की दिशा में सफलता प्राप्त हुई है. केंद्र सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए पारित निर्णय लिए गए और साइट क्लीयरेंस एवं इन प्रिंसिपल अप्रूवल प्रदान किया गया. राज्य सरकार द्वारा त्वरित गति से कार्रवाई करते हुए भूमि का अधिग्रहण एवं एयरपोर्ट के विकासकर्ता के चयन के लिए ग्लोबल टेंडर बिल्डिंग की कार्रवाही की गई.


परियोजना के लिए 83 प्रतिशत भूमि प्राप्त
इस परियोजना के द्वारा पीपीपी मोड पर एयरपोर्ट का विकास करने के लिए 30 मई 2019 को ग्लोबल टेंडर करते हुए बिडिंग प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी. प्री बिड कॉन्फ्रेंस की तिथि 15 जुलाई 2019 थी. टेक्निकल बिड 6 नवंबर 2019 को खोली गई थी. इस परियोजना के लिए कुल 1334 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी. 1334 हेक्टेयर भूमि में से अब तक लगभग 83 प्रतिशत भूमि पर प्राप्त की जा चुकी है. शेष भूमि भी शीघ्र प्राप्त कर ली जाएगी.

परियोजना में व्यय
इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग चार हजार 80 करोड़ रुपये राज्य सरकार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा संयुक्त रूप से व्यय की गई है. इस परियोजना के लिए अभी तक आवश्यक समस्त धनराशि सरकार द्वारा अवमुक्त की जा चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार द्वारा परियोजना के विकास कर्ताओं को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना के संबंध में भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सहयोग के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है.

लखनऊ: जेवर एयरपोर्ट के लिए शुक्रवार को फाइनेंसियल बिड्स खोली गई, जिसमें अडानी समेत तीन भारतीय कंपनियों को पछाड़कर स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी ने सबसे बड़ी बोली लगाकर काम हासिल कर लिया है.

फाइनेंसियल बिल्डिंग का मापदंड प्रति व्यक्ति राजस्व (revenue per pax) निर्धारित किया गया था. इसमें तकनीकी रूप से ज्यरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 400.97 रुपये, अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड-360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड 351 रुपये और एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड 205 रुपये सम्मिलित है.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना की फाइनेंसियल बिड्स शुक्रवार को खोली गई. किसी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एयरपोर्ट द्वारा भारत में पहली बार बिल्डिंग के माध्यम से पीपीपी मोड पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा (revenue per pax) सबसे ऊंची बोली लगाई गई है.

केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 20 वर्ष से लंबित इस परियोजना को विगत दो वर्षों में धरातल पर उतारे जाने की दिशा में सफलता प्राप्त हुई है. केंद्र सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए पारित निर्णय लिए गए और साइट क्लीयरेंस एवं इन प्रिंसिपल अप्रूवल प्रदान किया गया. राज्य सरकार द्वारा त्वरित गति से कार्रवाई करते हुए भूमि का अधिग्रहण एवं एयरपोर्ट के विकासकर्ता के चयन के लिए ग्लोबल टेंडर बिल्डिंग की कार्रवाही की गई.


परियोजना के लिए 83 प्रतिशत भूमि प्राप्त
इस परियोजना के द्वारा पीपीपी मोड पर एयरपोर्ट का विकास करने के लिए 30 मई 2019 को ग्लोबल टेंडर करते हुए बिडिंग प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी. प्री बिड कॉन्फ्रेंस की तिथि 15 जुलाई 2019 थी. टेक्निकल बिड 6 नवंबर 2019 को खोली गई थी. इस परियोजना के लिए कुल 1334 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी. 1334 हेक्टेयर भूमि में से अब तक लगभग 83 प्रतिशत भूमि पर प्राप्त की जा चुकी है. शेष भूमि भी शीघ्र प्राप्त कर ली जाएगी.

परियोजना में व्यय
इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग चार हजार 80 करोड़ रुपये राज्य सरकार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा संयुक्त रूप से व्यय की गई है. इस परियोजना के लिए अभी तक आवश्यक समस्त धनराशि सरकार द्वारा अवमुक्त की जा चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार द्वारा परियोजना के विकास कर्ताओं को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना के संबंध में भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सहयोग के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है.

Intro:संशोधित: लखनऊ: स्विटरजरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल कंपनी को मिला जेवर एयरपोर्ट का काम, लगाई सबसे बड़ी बोली

लखनऊ। जेवर एयरपोर्ट के लिए फाइनेंसियल बिड्स खोली गई जिसमें अडानी समेत तीन भारतीय कंपनियों को पछाड़कर स्विटरजरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी ने सबसे बड़ी बोली लगाकर काम हासिल कर लिया है। जल्द ही इसे कैबिनेट में पेश कर मंजूरी दी जाएगी। फाइनेंसियल बिल्डिंग का मापदंड प्रति व्यक्ति राजस्व ( revenue per pax) निर्धारित किया गया था। इसमें तकनीकी रूप से क्वालिफाइड चारों बिडर्स ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 400. 97 रुपये, अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड -360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड 351 रुपये तथा एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड 205 रुपये सम्मिलित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वेडिंग प्रक्रिया सफल होने पर इससे जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है उन्होंने आशा व्यक्त की है कि ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विकास का कार्य समय बद्ध तरीके से पूर्ण किया जाएगा।


Body:नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना की फाइनेंसियल बीड्स आज खोली गई। राज्य सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि किसी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एयरपोर्ट द्वारा भारत में पहली बार बिल्डिंग के माध्यम से पीपीपी मोड पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर गौतम बुद्ध नगर को विकसित करने के लिए ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा revenue per pax की सबसे ऊंची बोली लगाई गई है।

केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 20 वर्ष से लंबित इस परियोजना को विगत दो वर्षों में धरातल पर उतारे जाने की दिशा में सफलता प्राप्त हुई है। केंद्र सरकार द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए पारित निर्णय लिए गए और साइट क्लीयरेंस तथा इन प्रिंसिपल अप्रूवल प्रदान किया गया। राज्य सरकार द्वारा त्वरित गति से कार्यवाही करते हुए भूमि का अधिग्रहण एवं एयरपोर्ट के विकास करता के चयन के लिए ग्लोबल टेंडर बिल्डिंग की कार्यवाही की गई।

इस परियोजना के द्वारा पीपीपी मोड पर एयरपोर्ट का विकास करने के लिए 30 मई 2019 को ग्लोबल टेंडर करते हुए बिडिंग प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। प्री बिड कान्फ्रेंस की तिथि 15 जुलाई 2019 थी। टेक्निकल बिड छह नवंबर 2019 को खोली गई थी। इस परियोजना के लिए कुल 1334 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता थी जिसमें 12392 में निजी भू स्वामियों की भूमि थी। इस भूमि को अधिग्रहित किया गया है। अब तक लगभग 83 प्रतिशत भूमि पर कब्जा प्राप्त किया जा चुका है तथा शेष भूमि भी शीघ्र प्राप्त कर ली जाएगी।

प्रवक्ता ने बताया कि इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग चार हजार 80 करोड़ रुपये राज्य सरकार तथा नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा संयुक्त रूप से व्यय की गई है। इस परियोजना के लिए अभी तक आवश्यक समस्त धनराशि सरकार द्वारा अवमुक्त की जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार द्वारा परियोजना के विकास कर्ताओं को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा मुख्यमंत्री ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट परियोजना के संबंध में भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।

दिलीप शुक्ला, 9450663213


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