लखनऊ: रोजगार के मसले पर विपक्ष के निशाने पर हमेशा से रही योगी सरकार ने अपने चौथे बजट में युवाओं के लिए बड़ी योजना की घोषणा की है. योगी सरकार युवाओं को प्रशिक्षण देकर नौकरी के योग्य बनाने की एक योजना लॉन्च की है. इस योजना की खास बात यह होगी कि इसमें प्रशिक्षण लेने वाले युवक-युवती को ढाई हजार रुपये प्रतिमाह धनराशि प्रदान की जाएगी. इसमें डेढ़ हजार केंद्र सरकार देगी और एक हजार रुपये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार देने जा रही है. इस योजना को लेकर बजट में प्रावधान किया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहला बजट किसान पर आधारित था. दूसरा औद्योगिक विकास पर और तीसरा बजट महिला सशक्तीकरण के लिए था. आज का चौथा बजट युवाओं के विकास पर आधारित है. उत्तर प्रदेश में शिक्षा मजबूत हो, इसके लिए भी बजट में व्यवस्था की गई है. चिकित्सा शिक्षा के लिए भी अटल विश्वविद्यालय लखनऊ में बनाने का प्रावधान इस बजट में किया गया है.
ढाई हजार रुपये प्रति माह का सहयोग
उत्तर प्रदेश में अपने पैरों पर खड़ा होने की इच्छा रखने वाले हर शिक्षित बेरोजगार नौजवान के लिए अप्रेंटिसशिप योजना प्रारंभ की है. हर युवा किसी उद्यम से जुड़ेगा और अप्रेंटिसशिप पूरी होने की अवधि तक सरकार द्वारा उसे ढाई हजार रुपये प्रति माह का सहयोग दिया जाएगा.
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युवाओं को मिलेगा मासिक प्रशिक्षण भत्ता
इस योजना के क्रियान्वयन के फल स्वरूप प्रदेश के युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ मासिक प्रशिक्षण भत्ता दिया जाएगा. युवाओं को मिलने वाले कुल भत्ते में से 1500 प्रति माह की धनराशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी, जबकि 1000 प्रति माह की धनराशि राज्य सरकार देगी. शेष धनराशि संबंधित उद्योग द्वारा वहन की जाएगी. मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के संचालन से प्रदेश के उद्योगों को कुशल कारीगर तथा युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार भी प्राप्त होगा. योजना के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है.
प्रत्येक जिले में युवा हब स्थापित करने के लिए 50 करोड़
प्रदेश में लाखों की संख्या में प्रशिक्षित युवाओं को युवा उद्यमिता विकास अभियान (YUVA) के द्वारा रोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ाने की सरकार की पहल है. इसके अंतर्गत प्रदेश के प्रत्येक जिले में युवा हब (YUVA HUB) स्थापित किया जाएगा, जो इच्छुक युवाओं को परियोजना, परिकल्पना से लेकर एक वर्ष तक परियोजनाओं को वित्तीय मदद के साथ संचालन में सहायता प्रदान करेगा.
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लगभग 1200 करोड़ रुपये की धनराशि, जो युवाओं के लिए विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में राज्य को उपलब्ध है. इस युवा हब के माध्यम से ये योजनाएं समेकित रूप से क्रियान्वित की जाएंगी. यह योजना एक लाख से अधिक युवाओं को स्वावलंबन की ओर ले जाएगी. प्रत्येक जिले में युवा हब की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है.
दो लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
इसके अलावा प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अंतर्गत दो लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.