लखनऊ: पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर हमेशा पीड़ितों की समस्या की सुनवाई सरल स्वभाव के साथ करते हैं. जनता के बीच पुलिस की अच्छी छवि बनाए रखने की कोशिश करते हैं. इसी बीच लखनऊ पुलिस के एडीसीपी क्राइम दिनेश पुरी पर थर्ड डिग्री देने का गंभीर आरोप लगा है. पीड़ित का आरोप है कि उसे ऑफिस बुलाकर आईपीएस शालिनी के सह इंस्पेक्टर गुडंबा यतेंद्र सिंह ने दो कॉन्स्टेबल के साथ मिलकर उन्हें बुरी तरह से मारा पीटा है और साथ में थर्ड डिग्री का प्रयोग करते हुए उन्हें प्रताड़ित किया है.
पीड़ित ने लगाया आरोप
पीड़ित हेमंत मिश्रा ने बताया कि उन्होंने एक आईपीएस के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत डाली हुई थी. जिसे वापस न लेने की बजह से उन्हें टॉर्चर किया गया था. साथ ही उन्होंने बताया कि वह तत्कालीन पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के पास 22 नवंबर को इसी मामले को लेकर बात करने गए थे. कमिश्नर साहब ने सारे डाक्यूमेंट्स देखकर मामले की जांच करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को चयनित किया था. उसी दौरान उसके बोलने के तरीके में पुलिस कमिश्नर नाराज हो गए थे, जिसके बाद पीड़ित ने माफी मांगी थी. माफी मांगने के बाद पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने मुझसे लिखित रूप में माफी मांगने को कहा था.
थर्ड डिग्री का किया इस्तेमाल
वहीं पर एडीसीपी दिनेश पुरी भी खड़े हुए थे. उन्होंने कहा कि आपने इंस्पेक्टर से गलत तरीके से बात की है. तो मैंने कहा कि मैं लिखित रूप में माफी मांग रहा हूं और भविष्य में मुझसे कभी कोई गलती नहीं होगी. फिर मैंने उनका नंबर लेकर उन्हें फोन किया और उनके ऑफिस गया. ऑफिस में बुलाकर उन्होंने मेरे साथ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया. इतना मारा कि मेरी हालत बिगड़ गई और मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
इसके बाद पीड़ित हेमंत मिश्रा ने महानगर थाना, एडीसीपी, डीसीपी, कमिश्नर, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने पर पीड़ित ने गुरुवार को कोर्ट की शरण ली है.