लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं. इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी और मुख्य सचिव आरके तिवारी भी मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ सामूहिक जागरूकता जरूरी है. उन्होंने बताया कि यूपी में अब तक कोरोना के 11 मरीज पाए गए हैं. इनमें से 10 मरीजों का इलाज दिल्ली से सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है. वहीं एक मरीज को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है. उनका कहना है कि कोरोना से लड़ने के लिए सभी जिले में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. इन वार्डों में जनपद स्तर पर 800 बेड़ मौजूद है.
जारी की गई एडवाइजरी
योगी ने कहा कि डेढ़ महीने पहले से ही प्रदेश में एलर्ट जारी किया गया था, बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई थी. सीएम योगी यूपी में 4100 डॉक्टर्स को प्रशिक्षित किया गया है. निजी और सरकारी क्षेत्र के 24 मेडिकल कॉलेज में भी 448 बेड रिजर्व किए गए हैं. उपचार से महत्वपूर्ण बचाव के सिद्धांत पर चलकर ही इस महामारी से लड़ा जा सकता है. व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए बेसिक, माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ-साथ पंचायतीराज और ग्राम्य विकास विभाग को भी विशेष अभियान चलाने के निर्देश आ दिए गए हैं.
- माध्यमिक और उच्च शिक्षा संस्थानों में अवेयरनेस के लिए पोस्टर लगाए जाएंगे.
- जिला चिकित्सालय और स्वास्थय केंद्र जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है.
- ट्रेनिंग के कार्यक्रम किए जाएंगे.
- आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को भी ट्रेनिंग दी जाएगी.
- बीमारी फैलने के कारण बताए जाएंगे.