लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इतिहास बनाते हुए लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले हैं. लेकिन उनकी पार्टी के कई मंत्री और दिग्गज नेता जीत नहीं सके. इटवा सीट से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश कुमार द्विवेदी को हार का सामना करना पड़ा. सतीश कुमार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद ने करीब डेढ़ हजार वोटों से हराया है.
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी इटवा सीट से विधायक थे. समय-समय पर उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे. उनके छोटे भाई की नियुक्ति गलत तरीके से आरक्षण देने के मामले में हुई थी. इस मामले में सतीश कुमार द्विवेदी खासे बदनाम भी हुए थे. उन्हें सपा के माता प्रसाद पांडे ने हराया.
इसी तरह योगी के मंत्री सुरेश राणा और मोती सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी सिराथू में अपना दल कमेरावादी-सपा गठबंधन की प्रत्याशी पल्लवी पटेल से हार की कगार पर हैं. थानाभवन सीट से गन्ना विकास राज्यमंत्री सुरेश राणा को राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा. वहीं प्रतापगढ़ में ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह चुनाव हार गए. भाजपा छोड़ कर गए स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी को भी हार का सामना करना पड़ा है.
भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंता उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सिराथू सीट बनी हुई है. यहां से सपा गठबंधन की उम्मीदवार पल्लवी पटेल से मात्र 100 वोट से पीछे चल रहे हैं. मोर्य कुछ देर के लिए आगे हुए थे मगर बाद में वे फिर पीछे हो गए. सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह भी अपनी सीट पर पीछे चल रहे हैं.
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