लखनऊ: डालीबाग में निष्क्रांत संपत्ति पर अवैध तरीके से बनाए गए भवनों का नक्शा पास करने वाले इंजीनियरों की सूची तैयार कर ली गई है. यहां मुख्तार अंसारी और उनके परिवार, मुख्तार की भाभी के नाम बने भवन के अलावा अन्य अवैध कब्जों को होने से नहीं रोका गया. गृह विभाग के रिपोर्ट तलब करने के बाद शुक्रवार को एलडीए में फाइलें खंगाली जाने लगीं. करीब 12 जिम्मेदारों के नाम शासन भेजे गए हैं.
अधिशासी अभियंता से लेकर अन्य कई अधिकारी होते हैं जिम्मेदार
किसी भी भवन का नक्शा जारी करने में अवर अभियंता से लेकर अधिशासी अभियंता तक के हस्ताक्षर होते हैं. इसी तरह भवन के निर्माण में प्रवर्तन के सुपरवाइजर से लेकर अधिशासी अभियंता तक की जिम्मेदारी होती है. इन सभी की सूची बनाकर एलडीए ने शासन को भेज दी है. बताया जा रहा है कि करीब 12 जिम्मेदारों के नाम हैं, हालांकि इनमें कई सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
शासन ने मांगी थी रिपोर्ट
विशेष सचिव आरपी सिंह ने मंडलायुक्त से नियम विरुद्ध मानचित्र स्वीकृत करने, निरस्त करने वाले अधिकारी और कर्मचारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर 20 फरवरी तक सूची मांगी थी. भेजे गए पत्र में मुख्तार के डालीबाग स्थित भवन, उनकी मां राबिया बेगम के नाम भवन भूखंड संख्या 93 भाग, 21-188 व 93 राजा राममोहन राय डालीबाग, तिलक मार्ग और बटलर पैलेस के पास किए गए भवन निर्माण को अवैध बताया गया है. इसके अलावा अफजाल अंसारी की पत्नी फरहत अंसारी के नाम दर्ज भूखंड संख्या 14बी सात डालीबाग के मानचित्र को पास करने के जिम्मेदारों को तलाशने के लिए भी पत्र लिखा है.
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एलडीए कर चुका नक्शा निरस्त
विवाद के बाद इस भवन के मानचित्र को प्राधिकरण ने निरस्त कर दिया है. मुख्तार अंसारी ने वर्ष 2007 से पहले बिना नक्शा मकान बनवाया था. उस समय के प्रवर्तन और नक्शे से जुड़े अभियंताओं की सूची तैयारी की गई है. वहीं, 2007 में किन अभियंताओं ने नक्शा पास किया और मानचित्र के विपरीत निर्माण हुआ, इनकी भी सूची तैयार करके भेजी गई है. अभी नाम सार्वजनिक नहीं किए जा रहे हैं.