लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 19 मार्च को अपने कार्यकाल के 3 साल पूरे करेगी. ऐसे में राजधानी लखनऊ के किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं, लेकिन धरातल पर पहुंच नहीं पातीं. किसान आज भी परेशान नजर आ रहा है.
प्रदेश में योगी सरकार के 19 मार्च को 3 साल पूरे हो जाएंगे. इस पर ईटीवी भारत से राजधानी लखनऊ के किसानों ने खास बातचीत की. किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं, लेकिन वह धरातल पर किसानों तक पहुंच नहीं पातीं.
लखनऊ: योगी सरकार की 3 साल की कहानी, किसानों की जुबानी - लखनऊ खबर
उत्तर प्रदेश में गुरुवार को योगी सरकार के 3 साल पूरे हो जाएंगे. इस मौके पर ईटीवी भारत ने राजधानी लखनऊ के किसानों से बात की. उनका कहना है कि सरकार द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं, लेकिन वह किसानों तक पहुंच नहीं पातीं और आज भी किसान परेशानियों में उलझा हुआ है.
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योगी सरकार के 3 साल की कहानी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 19 मार्च को अपने कार्यकाल के 3 साल पूरे करेगी. ऐसे में राजधानी लखनऊ के किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं, लेकिन धरातल पर पहुंच नहीं पातीं. किसान आज भी परेशान नजर आ रहा है.
प्रदेश में योगी सरकार के 19 मार्च को 3 साल पूरे हो जाएंगे. इस पर ईटीवी भारत से राजधानी लखनऊ के किसानों ने खास बातचीत की. किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा योजनाएं तो चलाई जाती हैं, लेकिन वह धरातल पर किसानों तक पहुंच नहीं पातीं.
ईटीवी भारत की टीम ने की किसानों से बातचीत
ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले निगोंहा में पहुंची. यहां किसानों ने बताया कि सरकार के बाकी कार्य तो ठीक हैं, लेकिन किसानों के हित में जो योजनाएं चलाई जा रही हैं और किसानों से जो वादे किए गए हैं, वह अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने की किसानों से बातचीत.
नहीं मिलता योजनाओं का लाभ
किसानों का कहना है कि न तो हमें फसल बीमा योजना का लाभ मिल पा रहा है और न ही सरकार द्वारा बनाए गए क्रय केंद्रों पर हम अपना अनाज बेच पा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ किसानों ने यह भी बताया कि उन्हें इस वक्त सबसे ज्यादा समस्या आवारा जानवरों से है. राजधानी के किसानों का कहना है कि समय पर उन्हें न तो खाद मुहैया हो पाती है और न ही डीएपी और अन्य रासायनिक खादें. वहीं किसानों का यह भी कहना है कि जहां एक तरफ सरकारी योजनाओं के अभाव में किसान जी रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या आवारा जानवरों की है जिसकी वजह से उनकी खेती पूरी तरह बर्बाद हो रही है.
ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले निगोंहा में पहुंची. यहां किसानों ने बताया कि सरकार के बाकी कार्य तो ठीक हैं, लेकिन किसानों के हित में जो योजनाएं चलाई जा रही हैं और किसानों से जो वादे किए गए हैं, वह अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने की किसानों से बातचीत.
नहीं मिलता योजनाओं का लाभ
किसानों का कहना है कि न तो हमें फसल बीमा योजना का लाभ मिल पा रहा है और न ही सरकार द्वारा बनाए गए क्रय केंद्रों पर हम अपना अनाज बेच पा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ किसानों ने यह भी बताया कि उन्हें इस वक्त सबसे ज्यादा समस्या आवारा जानवरों से है. राजधानी के किसानों का कहना है कि समय पर उन्हें न तो खाद मुहैया हो पाती है और न ही डीएपी और अन्य रासायनिक खादें. वहीं किसानों का यह भी कहना है कि जहां एक तरफ सरकारी योजनाओं के अभाव में किसान जी रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या आवारा जानवरों की है जिसकी वजह से उनकी खेती पूरी तरह बर्बाद हो रही है.