लखनऊः यूपी में बीमारियों के खिलाफ योगी सरकार ने कमर कस ली है. नौ विभागों की टीम मिलकर मच्छर जनित संक्रामक रोगों पर प्रहार करेगी. जिलों में जनप्रतिनिधियों ने अभियान को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान एन्टीलार्वा का छिड़काव-फॉगिंग भी होगा.
रोगों के प्रति सतर्क योगी सरकार
यूपी की एक्सपर्ट कमेटी ने अगस्त से अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. वहीं बारिश में मच्छरजनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. लिहाजा सरकार ने राज्यभर में एक जुलाई से संचारी रोग अभियान शुरू कर दिया है. वहीं 12 जुलाई से दस्तक अभियान का आगाज करने जा रही है. चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर डीएस नेगी के मुताबिक अभियान में गांव-मोहल्लों में टीम जाएगी. निगरानी समिति के सदस्य घर-घर बुखार के मरीजों को खोजेंगे. अभियान के तहत मच्छर जनित संक्रामक रोगों पर एक साथ प्रहार होगा.
90 हजार राजस्व गांवों में करीब डेढ़ लाख सदस्यीय टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना, टीबी के मरीजों की पहचान करेगी. खासकर, बुखार के मरीजों का एंटीजेन टेस्ट कराया जाएगा. इसके साथ ही मेडिकल किट भी दी जाएगी. वहीं गंभीर हालत देखकर मरीज को अस्पताल भेजा जाएगा.
राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉक्टर संतोष गुप्ता के मुताबिक कोरोना काल में नए टीबी मरीजों को खोजने का अभियान बंद था. लेकिन अब 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान में टीबी मरीज भी खोजे जाएंगे. पिछले अभियान ने 2000 नए रोगी खोजे गए थे.
लखनऊ में संचारी रोग अधिकारी डॉक्टर केपी त्रिपाठी के मुताबिक जिले में काकोरी से विधायक जय देवी ने अभियान को हरी झंडी दिखाई. वार्डों में सभासद ने टीम को रवाना किया. इस दौरान नगर निगम की टीम भी मौजूद रही. यहां फील्ड पर 75 टीमें एन्टीलार्वा का छिड़काव-फॉगिंग करेंगी. इसके साथ ही मच्छर जनित सोर्स को भी नष्ट करेंगी.
ये विभाग मिलकर करेंगे काम
नगर विकास विभाग: नगरीय क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, मच्छरों की रोकथाम, संवेदनशील क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त कराना और नालियों की सफाई का काम.
पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग: जनजागरूकता, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कंट्रोल और स्वच्छता.
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग: कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन, पुष्टाहार वितरित करना, जनजागरूकता, दिमागी बुखार के दिव्यांग बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलवाना.
शिक्षा विभाग: व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये जनजागरूकता अभियान.
चिकित्सा शिक्षा विभाग: बीमारियों की जांच के लिए प्रयोगशाला प्राविधिक प्रशिक्षण.
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग: दिमागी बुखार के दिव्यांग रोगियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलवाने का काम.
कृषि एवं सिंचाई विभाग: मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाने का काम.
सूचना विभाग: बीमारी से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार.
उद्यान विभाग: मच्छर रोधी पौधों के रोपण जैसी गतिविधियां करना.