लखनऊ: प्रदेश सरकार संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2019 में प्रवेश लेने वाले 500 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देने जा रही है. प्रदेश के प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने बुधवार को इसका एलान किया. उन्होंने बताया कि जिस तरह यूपीएसईई प्रवेश परीक्षा के टॉपर को लैपटॉप दिया जा रहा है, उसी तरह पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश लेने वाले 500 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिया जाएगा.
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने किया ऐलान:
- आशुतोष टंडन ने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश लेने वाले 500 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिया जाएगा.
- प्रदेश सरकार डिग्री सेक्टर में 200 और डिप्लोमा सेक्टर में 300 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देने जा रही है.
- चुनौतियों को पूरा करने में सरकार पूरी ताकत से जुटी है और इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं.
- नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिएशन से राजकीय अनुदानित शिक्षा संस्थानों को मान्यता दिलाने का काम कराया है.
यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल का किया गया गठन:
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में 200 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गई है.
- 200 करोड़ की पंडित दीनदयाल गुणवत्ता सुधार योजना लागू की गई, इसके माध्यम से 100 करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण कराए जा चुके हैं.
- उन्होंने बताया ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट के क्षेत्र में सरकार को अच्छी कामयाबी मिली है.
- यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल का गठन कराया गया, जिसके माध्यम से अब तक 20000 से अधिक रोजगार के अवसर छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराए गए हैं.
2022 तक अनुदानित संस्थानों को एनबीए से मान्यता दिलाने का लक्ष्य:
- एनबीए एक्रीडिएशन मिलने का परिणाम रहा कि एमएमएमटीयू के तीन ब्रांच एचबीटीयू की चार ब्रांच और यूपीटीटीआई कानपुर की ब्रांच को इस वर्ष एनबीए का एक्रीडिएशन मिल गया है.
- 2022 तक सभी राजकीय व अनुदानित संस्थानों को एनबीए से मान्यता दिलाने का लक्ष्य है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के तहत यूपीएससी 2018 के 100 टॉपर छात्राओं को लैपटॉप और100 टॉपर SC-ST छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिया गया.
- इसी तरह डिप्लोमा सेक्टर के 500 छात्र-छात्राओं को भी लैपटॉप दिया जाना प्रस्तावित है.