लखनऊ: योगी सरकार की कार्रवाई सूबे के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक बार फिर शुरू हो चुकी है. मुख्तार की संपत्तियों पर योगी का हथौड़ा चलने का क्रम लगातार जारी है. इसके चलते शनिवार सुबह ही हजरतगंज में रानी सल्तनत नाम के मॉल को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई है.
2005 में हुआ था ध्वस्तीकरण का आदेश
बताया जाता है कि यह अवैध कॉम्प्लेक्स मुख्तार अंसारी का ही है, लेकिन उनकी करीबी रानी सल्तनत बेगम के नाम पर है. इस अवैध कॉम्प्लेक्स का निर्माण साल 2004 के आसपास कराया गया था. इसके ध्वस्तीकरण का आदेश साल 2005 में लखनऊ विकास प्राधिकरण के तत्कालीन सचिव विजय यादव ने दिया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी की सरकार होने की वजह से इस बिल्डिंग पर कार्रवाई नहीं हो पाई थी.
मुख्तार अंसारी पर कस रहा है शिकंजा
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लगातार माफिया और बाहुबलियों की अवैध संपत्तियों व अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही पिछले काफी समय से मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसा जा रहा है. राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जिलों में मुख्तार के द्वारा कब्जा करके बनाई गई अवैध संपत्तियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है.
हजरतगंज में है ये करोड़ों की अवैध संपत्ति
इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में आज यह कार्रवाई शुरू की गई है. लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में हजरतगंज चौराहे से महज चंद कदमों की दूरी पर इस चार तल वाले कॉम्प्लेक्स पर कार्रवाई की जा रही है. इसका निर्माण लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा न तो नक्शा पास कराकर किया गया और न ही निर्माण के दौरान अन्य नियमों का पालन किया गया. इसको लेकर ध्वस्तीकरण का आदेश दिया गया था, लेकिन इस पर अब कार्रवाई शुरू हुई है. एलडीए के अधिकारी बताते हैं कि पॉश इलाके में बनाई गई इस अवैध बिल्डिंग की कीमत 50 करोड़ रुपये से अधिक की है.
प्राधिकरण लगातार कर रहा है माफिया की अवैध निर्माण पर कार्रवाई
योगी सरकार के इशारे पर लखनऊ विकास प्राधिकरण लगातार माफिया और बाहुबलियों के अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर रहा है. अभी कुछ दिन पहले ही राजधानी के ज़ोन 6 में स्थित ड्रैगन मार्ट को भी ध्वस्त किया गया था. अब प्राधिकरण ज़ोन-6 हजरतगंज में स्थित रानी सल्तनत बिल्डिंग को ध्वस्त किया जा रहा है. इस मौके पर प्राधिकरण की संयुक्त सचिव रितु सुहास खुद मौजूद हैं. इस कार्रवाई के दौरान अधिशाषी अभियंता कमलजीत, अवर अभियंता भरत पांडेय, अवर अभियंता नित्यानन्द चौबे और सहायक अभियंता एन एस शाक्य मौके पर मौजूद हैं.