लखनऊ : सीवाईएसएस के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर नौकरी में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा कि उत्तर प्रदेश में 13 लाख नौजवानों को हर साल नौकरी देने और 90 दिनों में उत्तर प्रदेश के सारे पदों को भरने का वादा करके योगी आदित्यनाथ की सरकार सत्ता में आई थी. चार साल पूरे हो चुके हैं मगर इन्होंने केवल मीडिया, सोशल मीडिया और अखबार के माध्यम से विज्ञापन देकर उत्तर प्रदेश के नौजवानों को गुमराह करने का काम किया है.
आरटीआई से पूछा गया सवाल, नहीं मिला जवाब
एक नौजवान के द्वारा 25 तारीख को आरटीआई द्वारा यह पूछा गया कि विभाग दर विभाग कितनी नौकरियां योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 2017 से 2020 तक दीं, तो पता चला कि सरकार के पास इसका जवाब नहीं है. 49,568 पुलिस और पीएसी की भर्ती के नौजवानों का अभी तक मेडिकल नहीं हो पा रहा, इन नौजवानों को नियुक्ति पत्रों के नाम पर उत्तर प्रदेश की राजधानी में पुलिस की लाठियां और गालियां मिलती हैं.
साढे ₹4 का भी इन्वेस्टमेंट नहीं करा पाई है सरकार
कहा, 2017 में योगी जी की सरकार ने इन्वेस्टमेंट समिट के नाम पर 1,045 एमओयू साइन करवा कर दावा किया कि साढ़े चार लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट उत्तर प्रदेश में होगा, जबकि यह सरकार आज तक साढ़े चार रुपए का इन्वेस्टमेंट भी नहीं करवा पाई है.
सिर्फ बातें न करें, फोन नम्बर भी जारी करें प्रधानमंत्री मोदी : वैभव माहेशरी
पत्रकार वार्ता में वैभव माहेश्वरी बोले, पूरे देश के किसान कृषि कानून को लेकर आंदोलित हैं और प्रधानमंत्री जी ने कल मन की बात में कहा कि मैं किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हूं. अब इसका थोड़ा सच भी जानना जरूरी है. आखिर फोन नंबर भी पता चलना चाहिए. पता चला है कि गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पुलिस लगातार बैरिकेडिंग बढ़ाती जा रही है. उन्होंने कहा कि कटीले तार लगाए जा रहे हैं, सड़कों पर इस तरह की कंक्रीट लगाई जा रही है, जिससे वाहनों के टायर पंक्चर हो जाएं. मोदी जी यह कैसा संवाद है. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि सिर्फ रेडियो पर बातें ना करें. बल्कि वह एक नंबर जारी करें. मैं उस पर फोन करके कहना चाहता हूं कि किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को वापस लें. उनका जवाब मैं देश की जनता को सुनाना चाहता हूं.
एमएसपी पर बात
किसान सिर्फ इस बात को लेकर आंदोलित हैं कि एमएसपी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. सरकार बड़ी बेशर्मी से कह रही है कि इसका लाभ सिर्फ 6 परसेंट किसानों को मिलता था. ऐसे में इसके खत्म होने से किसानों का कोई अहित नहीं होने वाला.
बजट को लेकर सरकार पर बोला हमला
वैभव माहेश्वरी ने बजट को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला. कहा, बजट के ऊपर सरकार अपने ढोल नगाड़े पीट रही है. निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इस बार का बजट ऐतिहासिक होगा. इसके लिए इस बार वो कागज की जगह टैब लेकर आई हैं. यह सब मोदी सरकार का ढकोसला और दिखावा है. दरअसल, इस टैब में व्यवस्था होगी कि एक क्लिक से देश की रेल, एयरपोर्ट, बैंक अंबानी और अडानी के नाम हो जाएंगे.