लखनऊ: योगी सरकार (yogi government) ने चिकित्सा शिक्षा के बजट में पुरानी योजनाओं को ही विस्तार देने का फैसला किया है. इसमें सरकार ने सबसे अधिक जोर सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने (up medical college) पर जोर दिया है, जिससे प्रदेश में एमबीबीएस और एमडी-एमएस की सीटें बढ़ाई जाएंगी. बता दें कि सरकार ने सीटें बढ़ाने का वादा लोक संकल्प पत्र में भी था.
चिकित्सा शिक्षा के बजट में सभी जिलों में एक मेडिकल कॉलेज खोलने पर जोर दिया गया है. यह योजना योगी सरकार के पुराने कार्यकाल की है. वर्तमान में प्रदेश में सरकारी और निजी क्षेत्र में 65 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं. यह मेडिकल कॉलेज 45 जनपदों में खुले हैं. ऐसे में शेष 30 जनपदों में मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है. इसमें 14 जिलों में मेडिकल कॉलेज का निर्माण चल रहा है. शेष 16 मेडिकल कॉलेज विभिन्न जिलों में पीपीपी मॉडल पर खोले जाएंगे.
ऐसे ही एमबीबीएस-एमएस और एमडीएस की सीटें बढ़ाने का फैसला किया है. सीटें बढ़ाने में मानकों के लिहाज से संसाधन जुटाए जाएंगे. इसे लेकर सरकार ने 500 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है. साथ ही, स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों के संचालन के लिए 50 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
यह भी पढ़ें: UP Budget 2022: बजट की 10 बड़ी बातें
नर्सिंग कॉलेज की होगी स्थापना
सरकार ने नए नर्सिंग कॉलेज खोलने का फैसला किया है. इसके लिए 25 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. वहीं 14 जिलों में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों के लिए 2100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. असाध्य रोग मरीजों के इलाज के लिए 100 करोड़ों रुपये का बंदोबस्त किया गया है. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के लिए 100 करोड़ 45 लाख रुपये की धनराशि खर्च की गई है.
आईएस यूनिवर्सिटी के लिए 113 करोड़ पर
बजट में आयुष विभाग के लिए यूनिवर्सिटी बनाने के लिए धन दिया गया है. गोरखपुर में बन रही यूनिवर्सिटी के लिए 113 करोड़ 52 लाख रुपये की व्यवस्था की गई है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप