लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों और मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर प्रदेश का हाल जाना. विधायकों और मंत्रियों ने अपने-अपने जिला, क्षेत्र के बारे में जानकारी दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों से जागरूकता फैलाने की अपील की. सीएम योगी ने कहा कि एक वर्ष तक सतर्क रहने की जरूरत है. अगर एक भी वायरस जीवित रह गया तो सर्दियों में इसका प्रकोप बढ़ सकता है. मुख्यमंत्री ने तबलीगी जमात के लोगों की लापरवाही पर दुख भी जताया.
तबलीगी जमात के लोगों ने बढ़ाया संकट
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में कोरोना पॉजिटव का पहला व्यक्ति तीन मार्च को पाया गया था. तीन मार्च से लेकर यह संख्या दो अप्रैल तक 121 तक पहुंच गई. तीन और चार अप्रैल को अचानक यह संख्या बढ़ी है. आप आश्चर्य करेंगे कि तीन अप्रैल को 51 संख्या बढ़ी हैं इनमें 47 जमाती हैं. चार अप्रैल को 55 पॉजिटिव पाए गए उनमें 47 जमाती हैं. दो दिन में 94 तबलीगी जमात से जुड़े लोग सामने आए हैं. अब यूपी में यह संख्या 227 तक पहुंच गई है. जिस तरह से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का अनादर कर रहे हैं और कोरोना वायरस से संबंधित प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं कर रहे हैं, इससे कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ सकती है.
जागरूकता की कमी को सीएम ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया
सीएम योगी ने कहा कि हमें अभी भी जागरूकता का अभाव देखने को मिल रहा है. समाज के संगठनों, धर्मगुरुओं ने सहयोग किया है लेकिन जागरूकता की अभी और जरूरत है. यह अचानक बढ़ोतरी एक बड़े खतरे का संकेत दे रही है. अगर एक भी व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित किसी सोसाइटी में पहुंचता है तो वह पूरी सोसाइटी के लोगों को संक्रमित कर सकता है. जनप्रतिनिधियों के स्तर पर जागरूकता का बड़ा कार्य हो सकता है.
बल्ब के अलावा चलते रहेंगे बिजली के अन्य उपकरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है कि पांच अप्रैल की रात 9:00 बजे नौ मिनट तक घर की लाइट बंद कर देंगे. हम लोग उस दौरान एक दीपक मोमबत्ती या मोबाइल की लाइट या फिर टॉर्च जला सकते हैं. सीएम ने कहा कि याद रखना इस दौरान केवल घर की लाइट बंद की जाएगी. घर का एसी, पंखा, फ्रीज नहीं बंद किया जाना है. हॉस्पिटल की लाइट बंद नहीं होगी. स्ट्रीट लाइट भी नहीं बंद होगी. अगर एक साथ सभी बिजली के उपकरण बंद कर दिए गए तो उससे ट्रांसमिशन में समस्या उत्पन्न हो सकती है.