लखनऊ: विश्व जनसंख्या दिवस 2021 (World Population Day 2021) के मौके पर सीएम योगी (CM Yogi) ने लोगों से जनसंख्या नियंत्रण (population control) के लिए पहल करने की अपील की है. सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि, बढ़ती हुई जनसंख्या समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं का मूल है. समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण प्राथमिक शर्त है. आइये, इस 'विश्व जनसंख्या दिवस' पर बढ़ती जनसंख्या से बढ़ती समस्याओं के प्रति स्वयं व समाज को जागरूक करने का प्रण लें. आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 (Uttar Pradesh Population policy 2021-2030) का ऐलान करने वाले हैं. जिसके पहले उन्होंने ट्वीट करके ये बातें कही हैं. इसके साथ ही सीएम योगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का उद्घाटन भी करेंगे.
आपको बता दें कि आबादी के लिहाज उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 20 करोड़ के करीब थी. एक अनुमान के मुताबिक इस समय यूपी की जनसंख्या 24 करोड़ के करीब है. ऐसे में सीएम योगी आज उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 (Uttar Pradesh Population policy 2021-2030) का ऐलान करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 (Uttar Pradesh Population policy 2021-2030) का ऐलान करने वाले हैं.
बताया जा रहा है कि प्रस्तावित उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-2030 के माध्यम से परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत जारी गर्भ निरोधक उपायों की सुलभता को बढ़ाया जाना और सुरक्षित गर्भपात की समुचित व्यवस्था देने की कोशिश होगी. वहीं, उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से नवजात मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर को कम करने, नपुंसकता, बांझपन की समस्या के समाधान उपलब्ध कराते हुए जनसंख्या में स्थिरता लाने के प्रयास भी किए जाएंगे. इसके साथ ही इस नीति का उद्देश्य 11 से 19 वर्ष के किशोरों के पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य के बेहतर प्रबंधन के अलावा, बुजुर्गों की देखभाल के लिए व्यापक व्यवस्था करना भी है.
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि आबादी विस्तार के लिए गरीबी और अशिक्षा बड़ा कारक है. इसी वजह से समुदाय में भी जनसंख्या को लेकर जागरूकता का अभाव है. ऐसे में केंद्रित जागरूकता प्रयास की जरूरत है. प्रदेश की निवर्तमान जनसंख्या नीति 2000-16 की अवधि समाप्त हो चुकी है. अब नई नीति समय की मांग है.
साथ ही सीएम ने स्कूलों में हेल्थ क्लब बनाए जाने के निर्देश भी दिए. वहीं, डिजिटल हेल्थ मिशन की भावनाओं के अनुरूप नवजातों, किशोरों और वृद्धजनों की डिजिटल ट्रैकिंग की व्यवस्था के भी कहा. उन्होंने कहा, नई नीति तैयार करते हुए सभी समुदायों में जनसांख्यकीय संतुलन बनाए रखने, उन्नत स्वास्थ्य सुविधाओं की सहज उपलब्धता, समुचित पोषण के माध्यम से मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर तक लाने का प्रयास होना चाहिए.
नई जनसंख्या नीति जारी करने के अलावा वे 11 जिलों में 11 बीएसएल-2 आरटीपीसीआर लैब का लोकार्पण भी करेंगे. ये जिले अमेठी, औरेया, बुलंदशहर, बिजनौर, मऊ, महोबा, कासगंज, देवरिया, कुशीनगर, सोनभद्र और सिद्धार्थनगर हैं. विभाग की अभी कुल 22 आरटीपीसीआर लैब हैं. ऐसे में प्रदेश में अब बीएसएल-2 स्तर की आरटीपीसीआर लैब की संख्या 44 हो जाएगी. इन लैब के शुरू होने के बाद इन जिलों में कोरोना की जांच रिपोर्ट जल्द मिलेगी और इलाज भी जल्दी शुरू हो सकेगा.
सीएम योगी सीएचसी-पीएचसी एप की भी शुरुआत करेंगे. इस दौरान नव विवाहितों में परिवार नियोजन के साधनों को प्रोत्साहित करने के लिए 'शगुन किट' दी जाएगी. इस कार्यक्रम में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अतुल गर्ग भी शामिल होंगे.