लखनऊ: प्रदेश सरकार की पहल पर गैर राज्य में फंसे मजदूरों का उनके गृह जनपद वापस लाया जा रहा है. राजधानी लखनऊ वापस आए मजदूरों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि हमें अब क्वारंटाइन न किया जाए बस घर भेज दिया जाए. क्योंकि पहले ही हम 28 दिनों का क्वारंटाइन समय अपना पूरा कर चुके हैं.
कोरोना वायरस महामारी के चलते देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया, जिसमें अपने गांव और कस्बों से निकलकर चार राज्यों के बडे़ शहरों में कमाने गए मजदूर वहीं फंस कर रह गए. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा एक पहल की गई, जिसके तहत गैर राज्यों में फंसे हुए मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार हरियाणा से करीब 14 मजदूरों को वापस लाया गया, जिन्हें राजधानी के मोहनलालगंज में बने क्वारंटाइन सेंटर में स्कैनिंग के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया है.
क्वारंटाइन किए गए 14 लोग राजधानी के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं, जिसमें से कोई हरियाणा तो कोई पंजाब, दिल्ली या अन्य राज्यों में कमाने के लिए गए थे. वहीं हमने जब उनसे घर वापसी की खुशी के बारे में जानने के लिए पूछा तो उनका कहना है कि वापस आने के बाद जो खुशी उन्हें होनी चाहिए थी वह नहीं हो रही. क्योंकि उन्हें दोबारा से 14 दिनों के लिए क्वॉरंटीन कर दिया गया है.
मजदूरों का कहना है कि हम पहले ही 28 दिनों के लिए हरियाणा में क्वारंटाइन का समय पूरा कर चुके हैं, जिसके बाद हमें एक पर्चा भी दिया गया, जिसमें लिखा था कि हम अब सीधा अपने घर जा सकते हैं. हमारी वहां जांच भी की गई. उसके बावजूद भी हमें 14 दिनों के लिए लखनऊ में क्वारंटाइन कर दिया गया है.
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